जीरकपुर में पानी की सप्लाई के लिए लगे 122 सरकारी ट्यूबवेलों पर नहीं है पावर बैकअप 

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

पावर कट लगने से शहर में हो सकती है पीने वाले पानी की किल्लत

 

अवैध पानी के कनेक्शनों की जानकारी जुटा पाने में नाकाम नगर काउंसिल अधिकारी

 

जीरकपुर 17 March : अभी-अभी खत्म हुए सर्दी के मौसम में भी लगातार पावर कट लगते रहे। अगर सर्दी के मौसम में बिजली के कट लग सकते हैं तो आ रहे गर्मी के मौसम में तो बिजली सप्लाई की स्थिति और भी खराब हो सकती है। अगर गर्मियों में बिजली की सप्लाई प्रभावित होती है तो उसके साथ-साथ लोगों को पीने वाली सप्लाई को लेकर भी परेशान होना पड़ सकता है क्योंकि जीरकपुर शहर में पानी की सप्लाई के लिए लगे हुए 122 ट्यूबवेलों पर कोई अपना जनरेटर अथवा पावर बैकअप का प्रबंध नहीं है और इन्हें सिर्फ पीएसपीसीएल द्वारा सप्लाई की जाती बिजली पर ही निर्भर रहना पड़ेगा। जब बिजली की सप्लाई आ रही होगी तब ही ट्यूबवेल चल सकेगा वरना इसे बंद ही रखना पड़ेगा और लोगों को पीने वाले पानी की कीमत का सामना करना पड़ेगा।

 

बॉक्स:::

 

करीब 10 वर्ष पूर्व 7 से 8 ट्यूबवेलों पर लगाए गए थे जनरेटर :::

 

जानकारी के अनुसार करीब 10 वर्ष पहले नगर कौंसिल जीरकपुर के अधीन आते क्षेत्र में करीब 25 से 30 ट्यूबवेल लगे हुए थे उसे समय के हलका विधायक एन के शर्मा द्वारा लोगों के लिए पीने वाले पानी की सप्लाई सुचारू रूप से चलने के लिए करीब 7 से 8 ट्यूब वालों पर जनरेटर लगवा दिए गए थे। अब स्थिति बिल्कुल बदल गई है क्योंकि अब कुछ गांव नगर कौंसिल जीरकपुर के अधीन आ गए हैं और नगर कौंसिल जीरकपुर का क्षेत्रफल काफी बड़ा हो गया है। जानकारी के अनुसार इस समय नगर कौंसिल जीरकपुर के पूरे क्षेत्र में 122 ट्यूबवेल लगे हुए हैं और किसी भी ट्यूबवेल पर पावर बैकअप अथवा जनरेटर का कोई प्रबंध नहीं है। अगर पहले लगे हुए जेनरेटरों की बात करें तो उसे समय ट्यूबवेलों पर कम पावर की मोटर लगी हुई थी और और उन मोटरों के लिए कम पावर के जनरेटर से काम चल जाता था लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। अब सभी ट्यूब वालों पर बहुत बड़ी मोटर लग जाने के कारण वह जनरेटर नहीं चल पा रहे थे और सारे के सारे ट्यूबवेल सीधे पीएसपीसीएल द्वारा सप्लाई की जाती बिजली पर ही निर्भर हो गए हैं। पहले लगे हुए 7 से 8 जनरेटर अब किसी को भी नहीं पता के कहां गए जो के जांच का विषय है।

 

बॉक्स:::::

 

शहर में लगे अवैध पानी के कनेक्शनों को वैध करवाने में नाकाम हो रहे हैं नगर कौंसिल जीरकपुर के अधिकारी ::::::

 

जीरकपुर शहर की आबादी अब 6 लाख का आंकड़ा पार कर चुकी है इससे सीधे ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां पर करीब डेढ़ लाख परिवार रह रहे हैं और इन डेढ़ लाख परिवारों को जल आपूर्ति के लिए डेढ़ लाख पानी के कनेक्शनों की जरूरत है। अगर बात नगर कौंसिल दफ्तर से मिली जानकारी की करें तो नगर कौंसिल के रिकॉर्ड के अनुसार यहां पर 29000 वैध पानी के कनेक्शन चल रहे हैं। इससे साफ जाहिर हो रहा है के नगर कौंसिल जीरकपुर के अधीन प्रत्येक क्षेत्र में एक लाख से भी अधिक पानी के अवैध कनेक्शन चल रहे हैं जिसका नगर कौंसिल के पास कोई भी डाटा मौजूद नहीं है। यह अवैध कनेक्शन नगर कौंसिल जीरकपुर के अधिकारियों के लिए सर दर्द ही बने हुए हैं क्योंकि पीने वाले पानी पर शहर में रहने वाले हर नागरिक का अधिकार है लेकिन साथ-साथ उनका कर्तव्य भी है के उसके घर में चल रहा पानी का कनेक्शन वैध होना चाहिए।

 

बॉक्स::::

 

नगर कौंसिल जीरकपुर के साथ जुड़े सभी गांव में चल रहे हैं पानी के अवैध कनेक्शन ::::

 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ वर्ष पहले जीरकपुर के आसपास के कुछ गांव को नगर कौंसिल जीरकपुर के अंदर लाया गया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगर कौंसिल जीरकपुर के साथ जोड़े गए गांव दयालपुरा, नगला, गाजीपुर, छत, सनौली, बाजीगर बस्ती, अड्डा झुंगीया आदि में लोगों के घरों में नगर कौंसिल के पानी की सप्लाई हो रही है लेकिन किसी के घर में भी पानी का वैध कनेक्शन नहीं है जिसके चलते लोगों को मुफ्त में ही सरकारी पानी मिल रहा है। यह सारे अवैध पानी के कनेक्शन नगर कौंसिल के लिए सिरदर्दी बने हुए हैं। इन गांव में अगर किसी को भी पानी की सप्लाई को लेकर कोई दिक्कत आती है तो नगर कौंसिल अधिकारियों को शिकायत करना अपना अधिकार समझते हैं लेकिन आज तक किसी ने भी अपने पानी के कनेक्शन को रेगुलर करवाने की कोशिश नहीं की है। ऐसे ही पानी की सप्लाई को लेकर गांव छत में भी दो गलियों के लोगों की आपस में खूब लड़ाई भी हुई थी और ऐसा और भी कई जगहों पर देखने को मिला है।

 

बॉक्स::::

 

नगर कौंसिल जीरकपुर के कार्यकारी अधिकारी ने नहीं उठाया फोन :::::

 

लोगों के घरों में चल रहे अवैध पानी के कनेक्शन तथा ट्यूब वालों पर पावर बैकअप के प्रबंध के संबंधी और अधिक जानकारी लेने के लिए जब नगर कौंसिल जीरकपुर के कार्यकारी अधिकारी अशोक पथरिया को फोन किया तो उन्होंने फोन काट दिया।

Leave a Comment