जीरकपुर 03 Jan : नगर परिषद जीरकपुर के सेनेटरी विभाग द्वारा डंपिंग ग्राउंड में बनाए एसएलएफ पाउंड का सही ढंग से इस्तेमाल ना करने और सेनेटरी पैड्स व डायपर को खुले में गिराए जाने के मामले में वीरवार को प्रदूषण कंट्रोल विभाग द्वारा मौके का दौरा किया गया है। इस दौरान टीम द्वारा हालात देखने के बाद सख्त कार्रवाई
करने के आदेश दिए हैं। फिलहाल प्रदूषण कंट्रोल विभाग की एसडीओ मैडम तानया द्वारा मौके का दौरा करने के बाद जल्द कार्रवाई करने के आदेश दिए है। जिसे जल्द ही अमल में लाया जाएगा। इस दौरान बात करते हुए एसडीओ मैडम तानया ने बताया की एसएफएल पाउंड के हालत देखकर लगता है के यह काफी समय से इस्तेमाल नही किया गया है। उन्होंने बताया की डंपिंग ग्राउंड्स में मेवेशियों का घूमना और प्रदूषित पानी खुल्ले में छोड़ना और सुखना चो में गिराना भी गलत है। उन्होंने बताया की इस डंपिंग ग्राउंड में कई गलत नियमों के उलट हो रहे हैं। जोकि ठीक नही है और जिसके चलते ही उन्होंने जल्द एक्शन करते हुए कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
बॉक्स
सेनेटरी पैड्स व डायपर का खुले में गिराया जाना कितना घातक :
नगर परिषद के सेनेटरी विभाग द्वारा एसएफएल पाउंड का लंबे समय से इस्तेमाल नही किया जा रहा है और सेनेटरी पैड्स व बच्चों व बजुर्गों के डायपरस को खुले में गिराया जा रहा है। जिसका कितना बुरा प्रभाव हमारे पर्यावरण पर पड़ रहा है। इसका अंदाजा नही लगाया जा सकता। क्योंकि सेनेटरी पैड्स व डायपर में इस्तेमाल किए जाने वाला कैमिकल व प्लास्टिक हमारे पर्यावरण के लिए बेहद खतरनाक है। बता दें के यदि सेनेटरी पैड को मिट्टी में दबाया जाए तो इस में मौजूद केमिकल मिट्टी के सूक्ष्म जीवों को खत्म कर देते हैं जिस कारण धरती की पैदावार करने की ताकत खत्म होने लगती है। वहीं ज्यादातर सेनेटरी पैड्स में गलू व सुपर ऑब्जर्वेट पालिमर होते हैं, जिन्हे नष्ट होने में सालों लग जाते हैं। इस लिए एसएलएफ पिट (पाउंड) बनाकर साइंटफिक तरीके से ही इन्हे नष्ट किया जाना चाहिए। लेकिन नगर परिषद द्वारा ऐसा नही किया जा रहा है। जिस कारण हमारे पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है। ऐसे लोगों खिलाफ कार्रवाई अनिवार्य है।
कोट्स
हमने आज जो मौके का दौरा किया है डंपिंग ग्राउंड में काफी वायलेशन पाई गई है। जिसके खिलाफ कार्रवाई बनती है। जिसकी रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को पेश करने के बाद जल्द एक्शन लिया जाएगा।
तान्या, एसडीओ प्रदूषण कंट्रोल विभाग जीरकपुर।