शिवपाल सिंह यादव के बेटे सांसद बदायूं ने दिया बड़ा बयान
शबी हैदर
लखनऊ , 22 जुलाई : योगी और धामी सरकार के उस निर्देश पर सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम रोक लगा दी है जिसमें राज्य सरकारों ने कांवड़ यात्रा के दौरान उसके रूट में दुकादारों को अपने नाम डिस्प्ले करने को कहा था। कांवड़ यात्रा के दौरान यूपी और उत्तराखंड सरकार ने निर्देश जारी कर कहा था कि खाने पीने का सामान बेचने वाले दुकानदारों को अपने नाम डिस्प्ले करने होंगे। निर्देश जारी होते ही इस पूरे प्रकरण पर रायता फैल गया था और सभी राजनीतिक दल इस मुददे पर कूद गये थे। राष्र्टीय लोकदल को छोड़कर बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने इस निर्देश की सरहाना की थी जबकि सपा, बसपा और कांग्रेस इस निर्देश का विरोध कर रही थी।
हिंदू मुस्लिम रोष बड़ रहा है।
26 जुलाई तक अंतरिम रोक है और उसके बाद कोर्ट निर्णय लेगी कि आगे क्या कराना है। फिलहाल दुकानदारों को अब अपने नाम दुकान के सामने डिस्पले नहीं करने होंगे। सपा सियासत के नये राजकुमार और शिवपाल सिंह यादव की राजनीतिक विरासत को आगे बड़ा रहे आदित्य यादव ने चुप्पी तोडी है और कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के पास अब मुद्दे नहीं बचे हैं। बीजेपी हिंदू – मुसलमान कर लाभ लेना चाहती है लेकिन ऐसा नहीं होगा । उन्होंने कहा कि हिंदू – मुसलमान करने से अब जनता में रोष बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि एनडीए के सहयोगी दल भी इस तरह के आदेशों का खुल कर विरोध कर रहे हैं।
आखिर चाहती क्या है बीजेपी
कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि आखिर बीजेपी चाहती क्या है। बीजेपी क्यों नफरत का बाजार को गर्म कर रही है। वेज—नानवेज को लेकर पहले से ही कानून है और कावंड़ यात्रा के दौरान नानवेज भोजन पर मनाहीं रहती है। तो फिर इस तरह के निर्देश क्यों जारी किये जाते हैं। कांग्रेस नेता विकास श्रीवास्तव ने कहा है कि बीजेपी को अभी हाल ही में चुनावों मे करारी शिकस्त मिली है। फिर भी वह हिंदू मुस्लिम करने से बाज नहीं आ रही।