राजनीतिक-प्रशासनिक शह पर न्यू हाई स्कूल, धोलगिरी अपार्टमेंट, शिवालिक स्कूल की प्रॉपर्टियां हड़पने के आरोप
लुधियाना 2 मई। शिक्षा मंदिरों के सौदागरों और विभिन्न सोसायटियों पर कब्जा करने वाले ठग्स ऑफ लुधियाना और नटरलाल सुनील मड़िया, उसके परिवार व करीबियों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। जिसके चलते लुधियाना सीआईए-1 की टीम द्वारा वीरवार की रात सुनील मड़िया, उसके करीबियों के घरों पर रेड की। यह रेड करीब 15 से 20 लोगों के घरों पर की गई है। इस दौरान पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ की और दस्तावेज भी कब्जे में लिए है। सुनील मड़ियां के सब से करीबी राजनेता के घर पर भी पुलिस ने रेड की। इस दौरान सुनील मड़िया, उसका बेटा गौरव मड़िया, करीबी राजनेता समेत कई लोग घर छोड़कर फरार हो गए। जबकि पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनकी पहचान राहुल, राम सागर, सरदारा सिंह और राम बख्श के रुप में हुई है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। वहीं मड़िया के साथ न्यू हाई स्कूल समेत अलग अलग सोसायटियों में ट्रस्टी रह चुके लोगों से भी पुलिस ने पूछताछ शुरु कर दी है। जिसे देख लगता है कि पुलिस एक्शन मोड़ में आ चुकी है। चर्चा है कि जल्द ही इन ठगियों में सुनील मड़िया के साथ शामिल पारिवारिक सदस्यों, रिश्तेदारों व अन्य करीबियों पर पुलिस पूरे तरीके से शिकंजा कसने जा रही है।
पुरानी ट्रस्टियों को पूछताछ के लिए बुलाया
वहीं एक तरफ वीरवार की रात पुलिस टीम ने मड़िया परिवार व उनके करीबियों के घरों पर रेड की और आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकि दूसरी तरफ शुक्रवार को सीआईए स्टॉफ की और से मड़िया के साथ बतौर ट्रस्टी काम कर चुके लोगों को भी पूछताछ के लिए बुलाया। इस दौरान करण थापर, सुनील धवन समेत कई लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। जिनसे अधिकारियों द्वारा जिन जिन मामलों में मड़िया द्वारा ठगियां की गई हैं, उसकी जानकारी ली गई है। हालांकि पुलिस की इस कार्रवाई के बाद कही न कही मड़िया परिवार के करीबियों में हलचल पैदा हो चुकी है। सभी अपना बचाव करने में लगे हुए हैं कि किसी तरीके से उनका नाम इन ठगियों में शामिल न हो जाए।
जनरल सेक्रेटरी के जाली हस्ताक्षर कर हड़पी थी जमीन
वहीं जांच में पता चला है कि लुधियाना इप्रूवमेंट ट्रस्ट की और से किचलू नगर एफ ब्लॉक में करीब 2184 गज की जो जमीन कम्यूनिटी सेंटर बनाने के लिए अलॉट की थी, वह किचलू नगर रेजिडेंट्स वेलफेयर सोसायटी को की थी। उक्त सोसायटी में सुनील मड़िया प्रेजिडेंट और जेके जैन जनरल सेक्रेटरी थी। लेकिन मड़िया ने जमीन हड़पने के लिए इप्रूवमेंट ट्रस्ट के लिए जेके जैन के नाम से एक पत्र तैयार किया और उस पर जाली हस्ताक्षर भी किए। उक्त पत्र में लिखा कि उक्त कम्यूनिटी सेंटर की जगह किचलू नगर सोसायटी को दी है, लेकिन सोसायटी के पास फंड की कमी के कारण वे इसे डवेलप नहीं कर सकते। जिसके चलते वे उक्त जमीन शिवालिक वेल्फेयर ट्रस्ट को दे रहे हैं, ताकि वे इसे डवेलप करके जमीन सोसायटी को वापिस हैंडओवर कर देंगे। वे जमीन शिवालिक ट्रस्ट ने तो ले ली, लेकिन वापिस नहीं की। जबकि सुनील मड़िया ने पर्सनल इस्तेमाल करना शुरु कर दिया। पुलिस द्वारा जेके जैन को भी पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।
“चपड़ासी” सपने हुए चूर, “डायरेक्टर” बनने के चक्कर में पहुंचा जेल
वहीं चर्चा है कि सुनील मड़िया द्वारा एक चपड़ासी को न्यू हाई स्कूल कमेटी का डायरेक्टर बना रखा था। उक्त चपड़ासी की पहचान राम बख्श के रुप में हुई है। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। डायरेक्टर बनने के चक्कर में चपड़ासी को जेल की हवा खानी पड़ गई। वहीं इसके साथ ही सुनील मड़िया का ठगियों में साथ देने वाले कई लोगों को भी जल्द जेल जाना पड़ सकता है।
करीबी राजनेता के घर भी दबिश
चर्चा है कि पुलिस की और से सुनील मड़िया के एक करीबी राजनेता के घर पर भी रेड की गई है। लेकिन राजनीति घर पर नहीं मिले, वे भी एफआईआर में नामजद है। चर्चा है कि आने वाले दिनों में मड़िया के गुनाहों की सजा उसके रिश्तेदारों व करीबियों को भुगतनी पड़ सकती है।
रिश्तेदारों व पुराने ट्रस्टी भी रडार पर
वहीं सुनील मड़िया के कई रिश्तेदार व उसके साथ रहे पुराने ट्रस्टी भी पुलिस की रडार पर है। जिन्हें जल्द पुलिस पूछताछ के लिए बुला सकती है। वहीं जिन लोगों के पुलिस बयान ले रही है, उनके बयानों को क्रॉस चैक भी किया जाएगा कि कही कोई झूठ तो नहीं बोल रहा। चर्चा है कि मड़िया द्वारा पहले तो अपने अच्छे जानकारों को अपनी अलग अलग ट्रस्टों में मेंबर बनाया जाता था। लेकिन जब कोई उसकी ठगियों का विरोध करता तो वे उसे बाहर निकाल देता था।
जवाई व बेटी पर भी कसा जाएगा शिकंजा
वहीं पुलिस जांच में पता चला था कि मड़िया द्वारा न्यू हाई स्कूल ट्रस्ट के खाते से फंड को अपने जवाई राजेश खन्ना, बेटी और कई कंपनियों के खातों में ट्रांसफर किया था। जो कि करना इललीगल है। जिसके चलते पुलिस जल्द उसके जवाई, बेटी और कंपनी मालिकों पर भी शिकंजा कसने जा रही है।
शिअद व कांग्रेस सरकार में हुए थे अवैध कब्जे
जानकारी के अनुसार सुनील मड़िया द्वारा पिछले 25 साल में जमकर शहर में अवैध कब्जे व कार्य किए गए। यह सब कार्य अकाली दल और कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुए। लेकिन शहरवासियों में चर्चा बनी हुई है कि अगर यह घोटाले आम आदमी पार्टी की सरकार को दिख सकते हैं, तो 25 साल से कांग्रेसी व अकाली दल को क्यों नहीं दिखे। लोगों का कहना है कि आखिर इसके पीछे क्या राज है, कि आज तक उस पर शिकंजा नहीं कसा गया। जिसके नतीजे में मड़िया एक के बाद एक कई स्कूलों व सोसायटियों पर कब्जा कर बैठा और कई हजार करोड़ का घोटाला कर दिया।
दो दिन के रिमांड पर आरोपी, बाकियों की तलाश जारी
सीआईए-1 के इंचार्ज इंस्पेक्टर कुलवंत सिंह ने बताया कि चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। चारों को दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। कई लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। मामले के बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।