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गुस्ताख़ी माफ़ 12.1.2025
तत्परता की क्या कहें, लो जी कर लो बात।
जन-आंदोलन की अभी, करनी है शुरुआत।
करनी है शुरुआत, समस्या बहुत पुरानी।
हुई पड़ी है ग़र्क, नशे में भरी जवानी।
कह साहिल कविराय, काम यह बड़ा अखरता।
अब आया है होश, वाह अपनी तत्परता।
प्रस्तुति — डॉ. राजेन्द्र साहिल