नई स्क्रिप्ट का रट्टा लगा रहे हैं पाला-बदूल उम्मीदवार
पंजाब में लोकसभा चुनाव लड़ने वाले ऐसे उम्मीदवारों की भरमार हो गई है, जो पार्टी बदलकर कैंडिडेट बने हैं। ऐसे में बेहद दिलचस्प हालात बन चुके हैं। शनिवार को भी प्रमुख राजनीतिक दलों पर ‘शनि’ भारी रहा। सबसे ज्यादा संकट ऐसे उम्मीदवारों के सामने है, जो आजकल में पाला-बदलू रहेंगे।
खबरची सियासी-कैंपों में ताकझांक कर जोरदार खबर उड़ा कर लाया। बताने लगा कि पंजेवाले, झाड़ूवाले, कमलवाले हों या तकड़ी वाले, सब जगह वो उम्मीदवार नई स्क्रिप्ट का रट्टा लगा रहे हैं, जिस भी पार्टी में वो ताजे-ताजे कैंडिडेट बने हैं। दरअसल पहले ऐसे ही हालात में ‘बड़ा खेला’ हो गया था। दो दशक पहले यहां पंजेवाली टीम ने लुधियाना में बुजुर्ग सीटिंग एमपी की टिकट काट दी थी। लिहाजा बागी होकर उन्होंने तकड़ी पकड़ ली थी और उनके उम्मीदवार बनकर मैदान में कूद पड़े। कई दशक से पंजेवालों का गुणगान करने की वजह से एक चुनावी-सभा में तकड़ी की बजाए पंजे को मजबूत करने की अपील कर आए थे।
लिहाजा उस एपीसोड से वाकिफ दल-बदलू उम्मीदवार ज्यादा चिंतित हैं। जिस पार्टी में जाकर वे उम्मीदवार बने, उनके चुनावी मैनेजर भी डरे हुए हैं। लिहाजा चुनावी-मैनेजरों ने झटपट अपनी-अपनी पार्टियों की स्क्रिप्ट तैयार कराई और उम्मीदवारों को थमा दी। जिसकी रट्टा-परेड का सियासी-खेल चालू हो गया है। ऐसे उम्मीदवार बंद कमरों में ऐसे रिहर्सल कर रहे हैं, जैसे नाटक के मंचन से पहले थिएटर आर्टिस्ट स्क्रिप्ट रटते हैं।—–(नदीम अंसारी)
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