हरियाणवी गन कल्चर सॉन्ग बैन विवाद में पाकिस्तान की एंट्री, सीएम ओएसडी बोले-पाकिस्तानी फंडिंग से बन रहे गीत

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हरियाणा 26 मार्च। हरियाणा में गन कल्चर को लेकर बैन हुए गानों के विवाद में अब पाकिस्तान की एंट्री हो गई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के ओएसडी व पब्लिसिटी सेल के चेयरमैन गजेंद्र फोगाट ने कहा, ‘हरियाणा में कलाकारों को गन कल्चर वाले गीत गाने के लिए पंजाब के जरिए पाकिस्तान से फंडिंग मिल रही है। उन्हें 15-15 लाख रुपए दिए जा रहे हैं। गन कल्चर पर गाने वालों को हरियाणा की संस्कृति, युवा पीढ़ी से कोई लेना देना नहीं है। उन्हें केवल पैसे से और अपना घर भरने से मतलब है। एक मीडिया हाउस से बातचीत में फोगाट ने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान दिल्ली तक पहुंचना चाहता है, लेकिन बीच में हरियाणा आ रहा है। इसलिए, पंजाब की म्यूजिक कंपनियों को हरियाणा में एंट्री करवाकर गन कल्चर को प्रमोट किया जा रहा है, ताकि दिल्ली तक का रास्ता बन सके। एक निजी चैनल पर बोल रहे थे। पिछले दिनों प्रदेश सरकार ने गन कल्चर का हवाला देते हुए 9 हरियाणवी गाने बैन किए। इनमें 7 अकेले सिंगर मासूम शर्मा के ही हैं।

पाकिस्तान ने पंजाब में गन कल्चर प्रोमोट किया

गजेंद्र फोगाट अनुसार पाकिस्तान ने पहले पंजाब में नशा बेचा। उसके बाद पैसे देकर गन्स बेचीं। इसके बाद भी काम नहीं बना तो गन के कल्चर को प्रोमोट करने के लिए कलाकारों को गन कल्चर वाले गाने बनाने के पैसे दिए। यह एक बहुत बड़ा एक्सपेरीमेंट पाकिस्तान ने पंजाब में किया, जो सफल हुआ। इसी एक्सपेरीमेंट को पाकिस्तान हरियाणा में करना चाहता है। 2. दिल्ली पहुंचना चाहता है पाकिस्तान पाकिस्तान दिल्ली पहुंचना चाहता है। उसे दिल्ली को अनस्टेबल करना है, लेकिन बीच में हरियाणा आ रहा है।

हरियाणा के गायकों से गन कल्चर वाले गाने गवा रहे

पिछले 5 से 6 साल में पंजाब की कई म्यूजिक कंपनियों ने हरियाणा में एंट्री मारी। उन कंपनियों ने हरियाणा के कलाकार को, जिन्हें पहले 40-50 हजार रुपए मिलते थे, 15-15 लाख रुपए देकर कहा कि ऐसे गाने बनाओ जैसे पंजाब बना रहा है। ये गाने ट्रेंड के नाम पर बनवाए गए। उसका परिणाम यह हुआ कि आज हर चौथा गायक हरियाणा में गन कल्चर वाले गाने बना रहा है।

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