डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है कम्युनिटी सेहत केंद्र ढकोली
जीरकपुर 11 Jan : कम्युनिटी स्वास्थ्य केंद्र ढकोली जीरकपुर का एकमात्र स्वास्थ्य केंद्र है जो के 6 लाख की आबादी वाले शहर जीरकपुर को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है यहां पर पिछली सरकार के समय भी उसे समय के स्वास्थ्य मंत्री इस कम्युनिटी सेहत के अंदर को अपग्रेड करके इस सिविल अस्पताल बनाने के बड़े-बड़े दावे करके गए थे लेकिन वह दावे हवा में ही रह गए वर्ष 2022 में पंजाब में सरकार बदलने के बाद सेहत क्रांति लाने के दावे करने वाली आम आदमी पार्टी की सरकार आई और उनके द्वारा भी राज्य में सेहत क्रांति लाने के बड़े-बड़े दावे किए गए लेकिन यह दावे उसे समय खुश हो गए जब यह सामने आया के कम्युनिटी स्वास्थ्य केंद्र अंदर में करोड़ों के समय पर लगाया गया ऑक्सीजन प्लांट ना चलने के कारण यह सफेद हाथी बन कर रह गया है। जिक्र योग्य है कि करोना के समय केंद्र सरकार द्वारा सभी अस्पतालों को ऑक्सीजन प्लांट लगाने के आदेश दिए थे इसके बाद आनंद फाइनल में कम्युनिटी स्वास्थ्य केंद्र ढकोली में ऑक्सीजन का प्लांट लाखों रुपए खर्च करके लगा तो दिया और इसकी टेस्टिंग भी हो गई लेकिन टेस्टिंग के बाद से इसे चलाया नहीं गया।
बॉक्स::::
माहिर डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है च ढकोली:::::
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार च ढकोली माहिर डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है यहां पर डॉक्टर के अलावा 25 के करीब पैरामेडिकल स्टाफ के लोग यहां पर काम कर रहे हैं और 6 की जगह पर तीन मेडिकल अफसर कम कर रहे हैं। इस स्वास्थ्य केंद्र में पेडियाट्रिक तथा गाइनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर मौजूद नहीं है जबकि इन दोनों डॉक्टरों का यहां पर होना बहुत जरूरी है। जिक्र योग्य है के अगर इस अस्पताल में किसी महिला की डिलीवरी होती है तो उसे समय उसे मेडिकल अफसर ही देखता है ना कि गाइनेकोलॉजिस्ट। पैदा होने के बाद जब अगर किसी बच्चे को कोई समस्या आती है तो उसे तुरंत बाहर के अस्पतालों में भेजना पड़ता है जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
बॉक्स ::::
कम्युनिटी स्वास्थ्य केंद्र ढकोली के बारे में क्या कहते हैं शहर के लोग :::
कम्युनिटी स्वास्थ्य केंद्र ढकोली के बारे में लोगों का कहना है कि यहां पर सरकार को डॉक्टरों की कमी को देखते हुए यहां पर माहिर डाक्टर तुरंत तैनात किए जाएं तथा इसे अपग्रेड करके सिविल अस्पताल बनाया जाए और इसमें सिविल अस्पताल वाली सुविधाएं मोहिया करवाई जाए। लोगों का कहना है कि सेहत क्रांति लाने के बड़े-बड़े दावे करने वाली सरकार से जीरकपुर में एक अस्पताल को अपग्रेड ही नहीं किया जा रहा तो और क्या उम्मीद की जा सकती है जब के शहर की आबादी के हिसाब से एक और बड़ा अस्पताल पुल की दूसरी तरफ पटियाला रोड पर कहीं भी सही जगह देखकर बनाया जाना चाहिए ताकि चंडीगढ़ अंबाला हाईवे के फ्लावर के इस तरफ भी लोगों को सरकारी सेहत सुविधाएं आसानी से मिल सके।
कोट्स :::::
इस संबंधी मुझे जानकारी नहीं है इतने पैसे लगाकर अगर ऑक्सीजन प्लांट लगाया है तो इसे चलना चाहिए। सोमवार को इसकी सारी जानकारी एस एम ओ ढकोली से ली जाएगी। जो नया वायरस आ रहा है उसे देखते हुए भी यह प्लांट चलाना जरूरी है।
डॉक्टर संगीता जैन, सिविल सर्जन मोहाली।