पावरकॉम एवं ट्रांसको कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन पंजाब के आह्वान पर आउटसोर्स ठेका कर्मचारियों ने संभाग स्तरीय विरोध मार्च निकालकर धरना दिया। कर्मचारियों ने पावरकॉम की निजीकरण नीति को रद्द करने, सभी ठेका कर्मचारियों को विभाग में सीधे शामिल करने और बिजली हादसों में जान गंवाने वाले कर्मचारियों के परिजनों को नौकरी व मुआवज़ा देने की मांग की।
धरने को संबोधित करते हुए फगवाड़ा संभाग अध्यक्ष अर्शदीप सुमन और अन्य नेताओं ने सरकार पर पावरकॉम की संपत्तियां बेचने और कर्मचारियों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने बिजली संशोधन विधेयक 2025 को रद्द करने और 1948 के अधिनियम के तहत ठेका कर्मचारियों को विभाग में शामिल करने की मांग दोहराई।
नेताओं ने बताया कि सुरक्षा इंतज़ामों की कमी से अब तक 400 से अधिक कर्मचारियों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों घायल हुए हैं। सरकार की बेरुखी पर रोष जताते हुए यूनियन ने चेतावनी दी कि मांगें न मानी गईं तो आंदोलन तेज किया जाएगा।





