दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल, ज़ीरकपुर द्वारा आयोजित ओरिएंटेशन कार्यक्रम

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अभिभावकों और स्कूल के बीच संबंध को मजबूत करने की पहल

 

ज़ीरकपुर 06 April  : दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल, ज़ीरकपुर द्वारा नए शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत पर अभिभावकों के लिए एक विशेष ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जो एक ज्ञानवर्धक सेमिनार के रूप में आयोजित किया गया था। इस अवसर पर स्कूल प्रशासन ने अभिभावकों को अपने बच्चों की शिक्षा और विकास में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य अभिभावकों का स्कूल में स्वागत करना और उन्हें अपने बच्चों की शैक्षणिक और समग्र विकास यात्रा में एक सक्रिय सहभागी बनाना था।

 

स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. मनीषा साहनी ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कहा कि बच्चे कोई वस्तु नहीं हैं जिन्हें गढ़ा जाए, बल्कि वे व्यक्ति हैं जिन्हें खुलने का अवसर दिया जाना चाहिए। इन विचारों को दोहराते हुए उन्होंने स्कूल के सहयोगात्मक शिक्षा मॉडल की जानकारी दी। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों की शिक्षा में सहभागिता निभाएं। उन्होंने यह भी बताया कि स्कूल खुले संवाद, आपसी विश्वास और साझा उद्देश्य की नीति पर काम करता है और अभिभावकों को पूर्ण सहयोग के साथ बच्चों की सार्थक शिक्षा में भागीदार बनने के लिए प्रेरित किया।

 

स्कूल के मेंटर और शिक्षाविद् डॉ. राजेश हसीजा ने स्कूल के मूल मूल्य, शैक्षणिक ढांचे और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ये सभी पहलू विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

 

कार्यक्रम के समापन पर डॉ. अतुल निश्चल ने इस विचार को दोहराया कि बच्चे की परवरिश पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा में शिक्षकों और अभिभावकों का समन्वय बच्चों की सफलता के लिए आवश्यक है। उन्होंने बच्चों के समग्र विकास में माता-पिता और शिक्षकों की साझी जिम्मेदारी को रेखांकित किया।

 

कार्यक्रम के दौरान अभिभावकों के साथ संवाद और विचार-विमर्श ने उन्हें अपने बच्चों की शिक्षा में सक्रिय भागीदार बनने के लिए प्रोत्साहित किया।

 

फोटो कैप्शन: दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल, ज़ीरकपुर में आयोजित सेमिनार में भाग लेते बच्चे और अभिभावक।

हरजोत सिंह बैंस और दीपक बाली द्वारा बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों को श्री गुरु त़ेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस से संबंधित समागमों के लिए निमंत्रण चंडीगढ़, 8 नवंबर पंजाब के शिक्षा मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस और पर्यटन व सांस्कृतिक मामलों के विभाग के सलाहकार श्री दीपक बाली ने आज राधा स्वामी सत्संग डेरा ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों को श्री गुरु त़ेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान श्री बैंस ने बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों से 23 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब में होने वाले “सर्व धर्म सम्मेलन” में शामिल होने की अपील भी की। यह सम्मेलन श्री गुरु त़ेग बहादुर जी की धर्म (हक-सच) की रक्षा के लिए दी गई शहादत और आपसी भाईचारे के संदेश के व्यापक प्रसार के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। श्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि श्री गुरु त़ेग बहादुर साहिब जी की विरासत को पूर्ण श्रद्धा और सच्चे दिल से नमन करने के लिए इस समागम में विभिन्न धार्मिक और आध्यात्मिक हस्तियों की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने श्री गुरु त़ेग बहादुर साहिब जी की अनुपम शहादत और अमर विरासत को नमन करते हुए विनम्रता से पंजाब सरकार के निमंत्रण को स्वीकार किया। —

हरजोत सिंह बैंस और दीपक बाली द्वारा बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों को श्री गुरु त़ेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस से संबंधित समागमों के लिए निमंत्रण चंडीगढ़, 8 नवंबर पंजाब के शिक्षा मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस और पर्यटन व सांस्कृतिक मामलों के विभाग के सलाहकार श्री दीपक बाली ने आज राधा स्वामी सत्संग डेरा ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों को श्री गुरु त़ेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान श्री बैंस ने बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों से 23 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब में होने वाले “सर्व धर्म सम्मेलन” में शामिल होने की अपील भी की। यह सम्मेलन श्री गुरु त़ेग बहादुर जी की धर्म (हक-सच) की रक्षा के लिए दी गई शहादत और आपसी भाईचारे के संदेश के व्यापक प्रसार के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। श्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि श्री गुरु त़ेग बहादुर साहिब जी की विरासत को पूर्ण श्रद्धा और सच्चे दिल से नमन करने के लिए इस समागम में विभिन्न धार्मिक और आध्यात्मिक हस्तियों की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने श्री गुरु त़ेग बहादुर साहिब जी की अनुपम शहादत और अमर विरासत को नमन करते हुए विनम्रता से पंजाब सरकार के निमंत्रण को स्वीकार किया। —