2.6 किलोग्राम हेरोइन, 15.71 लाख रुपए की ड्रग मनी बरामद
– राज्य से नशे का सफाया करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों अनुसार तीन-स्तरीय रणनीति अपनाई
– मार्च 2022 से बड़े तस्करों की 200 करोड़ रुपए की सम्पत्ति ज़ब्त की, समर्थ अथॉरिटी के पास 246 करोड़ रुपए के 559 और प्रस्ताव लम्बितः स्पेशल डीजीपी अर्पित शुक्ला
– स्पेशल डीजीपी/एडीजीपी/आईजीपी/डिआईजी रैंक के अधिकारियों ने हर पुलिस जिले में निजी तौर पर की ऑपरेशन की निगरानी
– 500 से अधिक पुलिस टीमों ने नशों के 392 हॉटस्पॉट्स पर चलाई तलाशी मुहिमः स्पेशल डीजीपी अर्पित शुक्ला
नवीन गोगना
चंडीगढ़, 21 जून : मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों पर नशों के विरुद्ध जारी जंग को और तेज करते हुए पंजाब पुलिस हैडक्वार्ट (पीपीएचक्यू) के सीनियर अधिकारियों ने सी.पीज/एस.एस.पीज़ के साथ मिलकर राज्य भर में नशीले पदार्थों की बिक्री वाले स्थानों (ड्रग हॉटस्पॉट्स) पर ‘ईगल-IV’ नामक ऑपरेशन अधीन व्यापक राज्य स्तरीय घेराबन्दी और तलाशी मुहिम (कासो) चलाई।
यह ऑपरेशन डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशों पर सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में एक ही समय चलाया गया और ऑपरेशन की निजी तौर पर निगरानी करने के लिए पीपीएचक्यू के स्पेशल डीजीपी/एडीजीपी/आईजीपी/डिआईजी रैंक के अधिकारी हर पुलिस जिले में तैनात किये गए थे।स्पेशल डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर अर्पित शुक्ला, जो कि रूपनगर में सीनियर पुलिस कप्तान (एसएसपी) गुलनीत सिंह खुराना के साथ ऑपरेशन में शामिल हुए, ने कहा कि सीपीज़/एसएसपीज़ को कहा गया था कि वह अपने-अपने जिलों में इस कार्यवाही को सभ्यक ढंग से चलाएं और ऐसे स्थानों पर छापेमारी करें, जो कि पुलिस फोर्स की बड़े स्तर पर तैनाती को देखते हुए नशा तस्करों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन गए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य से नशों के ख़ात्मे के लिए तीन-स्तरीय रणनीति इन्फोर्समेंट, डीएडीक्शन एंड प्रीवेन्शन (ईडीपी) लागू की है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों को एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत दर्ज किये जा रहे सभी मामलों के अगले और पिछले संबंधों का पता लगाने और नशा तस्करों के साथ सांठ-गांठ करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही करने के लिए कहा गया है।
स्पेशल डीजीपी ने कहा कि सरहद पार से चल रहे नशा तस्करी के नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए ड्रोनों की हलचल पर सख़्त नज़र रखी जा रही है, जो सरहद पार से नशों, हथियारों और विस्फोटक पदार्थों की तस्करी करने के नया ज़रिया बन गए हैं। उन्होंने कहा कि सितम्बर 2019 से अब तक राज्य के सभी सरहदी जिलों में कुल 906 ड्रोन देखे गए हैं, जिनमें से 187 ड्रोन सफलतापूर्वक बरामद किये गए हैं।
उन्होंने कहा कि 2 किलो या इससे अधिक हेरोइन समेत पकड़े गए बड़े नशा तस्करों या बड़ी मछलियों की सम्पत्तियां भी ज़ब्त की जा रही हैं। स्पेशल डीजीपी अर्पित शुक्ला ने कहा कि पंजाब पुलिस ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार के सत्ता में आने के बाद बड़े तस्करों की 200 करोड़ रुपए की 459 सम्पत्तियां ज़ब्त की हैं, जबकि 246 करोड़ रुपए की सम्पत्त्यिों को ज़ब्त करने के 559 और प्रस्ताव समर्थ अधिकारी के पास लम्बित हैं।
ज़िक्रयोग्य है कि इस ऑपरेशन दौरान 4000 से अधिक पुलिस कर्मचारियों की भागीदारी वाली 500 से अधिक पुलिस टीमों ने नशों के 392 हॉटस्पॉट्स की घेराबन्दी की। इसके साथ ही नशों के हॉटस्पॉट्स पर और इसके आस-पास 352 मज़बूत नाके भी लगाए गए थे।
ऑपरेशन दौरान स्पेशल डीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया कि पुलिस टीमों ने 254 व्यक्तियों को गिरफ़्तार करने के बाद 221 एफआईआर दर्ज की हैं। पुलिस टीमों ने 4575 संदिग्ध व्यक्तियों की चैकिंग करने के साथ-साथ उनके विवरणों की जांच भी की।
उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने 2.6 किलोग्राम हेरोइन, 15.71 लाख रुपए ड्रग मनी, 83 किलो भुक्की, 2.6 किलो गाँजा, 550 ग्राम अफ़ीम, 7553 नशीली गोलियाँ और भारी मात्रा में अवैध शराब और लाहन बरामद की है।