अकाली दल छोड़कर आए संजय शर्मा का बीजेपी में शामिल होने पर किया स्वागत
ज़ीरकपुर 12 April : सिर्फ सत्ता का सुख भोगने के लिए भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने जा रहे राज के पूतों का डटकर विरोध किया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी में दोहरे नेताओं के लिए कोई जगह नहीं है। इन शब्दों का प्रकटावा हलका डेरा बस्सी के वरिष्ठ नेता संजीव खन्ना ने आज शिरोमणि अकाली दल छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए संजय शर्मा का स्वागत करते हुए किया। संजीव खन्ना ने कहा कि आने वाला समय भारतीय जनता पार्टी का है इसलिए लोग भारतीय जनता पार्टी और देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी नीतियों को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि पार्टी में मेहनती और पार्टी की नीतियों पर चलने वाले नेताओं का हमेशा स्वागत है जबकि सिर्फ सत्ता का सुख भोगने के लिए पार्टी में शामिल होने जा रहे नेताओं का उनके द्वारा हमेशा विरोध किया जाता रहेगा। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि आने वाले दिनों में हलका डेराबस्सी से कुछ पार्षदों और बड़े नेताओं के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की चर्चाओं का बाज़ार गर्म है। उन्होंने कहा कि यह वह लोग हैं जिन्होंने पहले अकाली दल फिर कांग्रेस और उसके बाद तीन साल आम आदमी पार्टी में सत्ता का सुख भोगा और जब अब उन्हें राज्य में अगली सरकार भारतीय जनता पार्टी की आने के आसार नज़र आने शुरू हो गए हैं तो उनके द्वारा अपनी पुरानी रिश्तेदारियों की दुहाई देकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के इशारे दिए जा रहे हैं। उन्होंने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जब उनके द्वारा हलका डेराबस्सी के एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता को भारतीय जनता पार्टी में शामिल करने की सिफारिश की गई थी तो उस समय पार्टी की एक वरिष्ठ नेता ने उस नेता के चरित्र पर किंतु परंतु करते हुए उसे पार्टी में शामिल करने पर ऐतराज़ ज़ाहिर किया था। उन्होंने कहा कि यदि उस नेता के चरित्र पर उंगली उठाई जा सकती है तो चार-चार पार्टियों में सत्ता का स्वाद भोगकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने जा रहे नेताओं का भी विरोध करना भी बनता है। उन्होंने अपनी पार्टी के उच्च पद पर बैठे नेताओं से अपील करते हुए मांग की कि भारतीय जनता पार्टी के सिद्धांतों को कायम रखते हुए पार्टी में शामिल करने से पहले किसी भी नेता के चरित्र की अच्छी तरह जांच करवाई जाए और सिर्फ सत्ता का सुख भोगने के लिए पार्टी में शामिल होने जा रहे दोहरे नेताओं को शामिल करने से पहले गंभीरता से विचार किया जाए।