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एक करोड़ के जाली प्रोडक्ट बरामद, लीगल टीम का आरोप – पुलिस नहीं कर रही FIR, एएसआई ने रेड की बात से किया इंकार

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लुधियाना में नामी डुप्लीकेट माल बनाने वाली फर्म पर रेड

लुधियाना 25 जनवरी। कंगनवाल के सुआ रोड पर इंटरनेशनल कंपनी का डुप्लीकेट माल बनाने वाली ड्युरा स्मार्ट इंडिया प्रा. लि. फर्म पर कंपनी की लीगल टीम और लुधियाना पुलिस द्वारा रेड की गई। चर्चा है कि इस दौरान उक्त फर्म से करीब एक करोड़ रुपए का डुप्लीकेट माल बरामद हुआ है। जिसमें रूफिंग शीट, पाइप व अन्य एलुमीनियम प्रोडक्ट शामिल थे। हालांकि लीगल टीम का आरोप है कि मामले संबंधी पुलिस को शिकायत देने के बावजूद एक्शन नहीं लिया जा रहा है। उन्हें आशंका है कि दबाव के चलते पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की जा रही। लेकिन दूसरी तरफ थाना साहनेवाल पुलिस द्वारा ऐसी कोई रेड न होने की बात कही जा रही है। जानकारी देते हुए एडवोकेट अरिनंदम मिश्रा ने बताया कि वह कोलकाता की जिंदल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के लीगल एडवाइजर है। उक्त कंपनी का जिंदल सबरंग ट्रेडमार्क रजिस्टर्ड है। उन्हें सूचना मिली थी कि ड्युरा स्मार्ट इंडिया फर्म द्वारा उनके माल का डुप्लीकेट बनाकर उस पर रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क की मुहर लगाकर बेचा जा रहा है। जिसके चलते रेड की गई।

मार्केट में डुप्लीकेट माल की शिकायतें आने पर हुआ खुलासा
एडवोकेट अरिनंदम मिश्रा ने बताया कि मार्केट में लगातार डुप्लीकेट माल की शिकायतें आ रही थी। जिसके चलते उनकी तरफ से ब्रांड प्रोटेक्शन सर्विस फर्म को इसका पता लगाने के लिए हेयर किया। उक्त एजेंसी द्वारा जांच की गई। जिससे पता चला कि ड्युरा स्मार्ट फर्म द्वारा यह डुप्लीकेट माल तैयार करके उसे असली बताकर मार्केट में बेचा जा रहा है।

पुलिस ने जांच के बाद लिया था एक्शन
एडवोकेट अरिनंदम मिश्रा ने बताया कि उक्त फर्म द्वारा जाली माल तैयार करने का पता चलने पर उन्होंने 10 जनवरी 2025 को पुलिस कमिश्नर को शिकायत दी। जिस पर 14 मार्च को कंप्लेंट नंबर लगा और अधिकारियों द्वारा थाना साहनेवाल के एसएचओ को एक्शन लेने के लिए कहा गया। एडवोकेट मिश्रा अनुसार पुलिस द्वारा अपने सत्र पर मामले की जांच की गई। जिसके बाद 24 जनवरी को पुलिस द्वारा रेड की गई। इस दौरान एएसआई बलबीर सिंह और हेड कांस्टेबल मनदीप सिंह उनके साथ थे।

धड़ल्ले से तैयार हो रहा था डुप्लीकेट माल
एडवोकेट अरिनंदम मिश्रा के अनुसार रेड के दौरान ड्युरा स्मार्ट इंडिया फर्म में मैनेजर व वर्कर मौजूद थे। तब पता चला कि फर्म के मालिक धर्मपाल जिंदल और हनी जिंदल मुंबई में है। एडवोकेट मिश्रा अनुसार फर्म में करीब एक करोड़ रुपए का डुप्लीकेट माल तैयार पड़ा था। जबकि धड़ल्ले से और माल भी तैयार किया जा रहा था।

पुलिस ने खुद साइड़ पर किया माल, नहीं लिया एक्शन
एडवोकेट मिश्रा का आरोप है कि पुलिस ने खुद फर्म से बरामद हुए जाली माल को साइड़ पर किया। लेकिन फिर जब उन्हें एफआईआर दर्ज करने को कहा तो एएसआई बलबीर सिंह टाल मटोल करने लगे। जिसके बाद कहने लगे कि कोर्ट से ऑर्डर लेकर आइए तभी मामला दर्ज किया जाएगा। जिसके चलते डुप्लीकेट माल को पुलिस ने न तो सीज किया और न ही कब्जे में लिया गया।

नियमों के मुताबिक दर्ज करनी होती है एफआईआर
एडवोकेट मिश्रा ने कहा कि उनकी कंपनी 30 हजार करोड़ रुपए की टर्नओवर है। कंपनी द्वारा हरियाणाा, पंजाब समेत कई राज्यों में जाली माल को लेकर रेड की जाती है। लेकिन हर मामले में तुरंत एक्शन होता है। मगर लुधियाना में पहला मामला है, जिसमें बरामदगी होने के बावजूद कार्रवाई नहीं की जा रही। एडवोकेट मिश्रा ने कहा कि नियमों के मुताबिक तो पुलिस रेड करती है और जाली माल को सीज कर दिया जाता है। जिसके बाद एफआईआर कर उक्त माल को जब्त करके आरोपियों की गिरफ्तारी कर उन्हें अदालत में पेश किया जाता है।

एएसआई न रेड की बात से किया इंकार
वहीं इस संबंध में एएसआई बलबीर सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने किसी भी तरह की रेड से साफ इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई रेड नहीं हुई। वहीं चौकी कंगनवाल इंचार्ज एएसआई मेवा सिंह ने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। इस संबंधी डीसीपी शुभम अग्रवाल से भी संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। मामले में ड्युरा स्मार्ट फर्म के मालिक से भी से संपर्क करने की कोशिश की, तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।

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