एसोसिएशन ने एलडीसीए के ओहदेदारों परकई गंभीर आरोप लगाते अपना पक्ष रखा
लुधियाना 28 सितंबर। लुधियाना ओल्ड प्लेयर्स क्रिकेट एसोसिएशन और डिस्ट्रिक्ट लुधियाना क्रिकेट एसोसिएशन यानि एलडीसीए के बीच जारी विवाद हाईकोर्ट में पहुंच गया है। लुधियाना ओल्ड प्लेयर्स क्रिकेट एसोसिएशन ने एलडीसीए के पदाधिकारियों पर फंड्स में घपलेबाजी के आरोप लगाए हैं। हाईकोर्ट में दायर याचिका में एलडीसीए केपदाधिकारियों के अलावा पुलिस कमिश्नर और डिप्टी कमिश्नर को भी पार्टी बनाया गया है।लुधियाना ओल्ड प्लेयर्स क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से उनके कानूनी सलाहकार एडवोकेट रजत मल्होत्रा ने प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। इस मौके पर एसोसिएशन के प्रधान पंकज डोगरा, उप प्रधान मनिंदर सिंह व ट्रेजरार दिनेश पुरी की खास मौजूदगी रही। एडवोकेट मल्होत्रा ने बताया किलुधियाना ओल्ड प्लेयर्स क्रिकेट एसोसिएशन की याचिका पर 12 दिसंबर को सुनवाई होगी। साथ ही कहा कि एसोसिएशन ने एलडीसीए के पदाधिकारियों पर इलीलगत तरीके से संगठन के फंड्स का इस्तेमाल व अन्य गड़बड़ियां करने की शिकायत तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर से की थी। डीसी ने जांच का जिम्मा एसडीएम को सौंपा था। जांच रिपोर्ट में एसडीएम ने गड़बड़ियां होने की आशंका जताते जांच पुलिस को सौंपने की सिफारिश की थी। जबकि पुलिस भी जांच के नाम पर मामले को लटकाती रही। इसलिए एसोसिएशन को हाईकोर्ट में याचिका दायर करनी पड़ी है। याचिका में डिप्टी कमिश्नर और पुलिस कमिश्नर के अलावा एलडीसीए के प्रधान सत्तीश मंगल, मानिक बासी, सुरेश कत्याल, राम तीर्थ जैन को पार्टी बनाया है। वहीं, एसोसिएशन के प्रधान पंकज डोगर ने आरोप लगाया कि करीब 4 साल में एसोसिएशन के 54 लाख रुपयों का दुरुपयोग किया गया। हैरानी की बात, पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन भी सियासी दबाव में इस मामले में दखल देने से बचती रही है।
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