Listen to this article
एकदम सही पकड़े हैं जी
——————————
सब हैरान हैं, क्यों बन गए वो अचानक पलटीमार
पांच साल कुछ किया नहीं, अब होते खज्जल-ख्वार
सही टाइम पर गिरगिट की तरह बदला इसीलिए रंग
इसमें ही था फायदा, अब चाहे कोई भी होता रहे दंग
—–बड़का वाले कविराय