शातिर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर बनाया शिकार, पीड़ित पहुंचा थाने लुटकर
अंबाला सिटी, 21 सितंबर। यहां स्टेट बैंक आफ के रिटायर एजीएम प्रदीप गुप्ता को शातिर साइबर ठगों ने दो दिन डिजिटल अरेस्ट रखा। फिर उनको डरा-धमकाकर 14.50 लाख रुपये ठग लिए।
दर्ज शिकायत के मुताबिक शातिर ठगों ने बुजुर्ग प्रदीप गुप्ता को वीडियो कॉल कर उनके आधार कार्ड और खातों की आतंकवादी संगठनों से संलिप्तता होने की बात कही। कहा कि खातों में काफी लेनदेन हो रखा है। फिर फर्जी आईजी व एनआईए का चीफ बनकर उन्हें डराया और मोटी रकम अपने खातों में डलवा ली। जब आरोपियों ने दोबारा रुपये मांगे तो वह 16 लाख रुपये निकलवाने के लिए बैंक गए। वहां बैंक के प्रबंधक को आपबीती बताई, तब धोखाधड़ी का खुलासा हुआ।
इस मामले में साइबर थाने की पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। प्रदीप गुप्ता ने बताया कि पत्नी रश्मी के मोबाइल पर आरोपियों ने गिरफ्तारी, आरबीआई लीगल मनी वेरिफिकेशन के फेक नोटिस भेजे। दोनों को ही डिजिटल अरेस्ट करके बोले कि जब तक उनकी जांच चल रही है तो वह घर से बाहर नहीं जा सकते, साथ ही फोन भी नहीं कर सकते। आपकी बात एनआईए के चीफ से करवाते हैं। अगर आप सीनियर सिटीजन है तो नाम हटवाने के लिए पूरे परिवार के खातों का नंबर देना होगा। डरने पर आरोपियों को सारी जानकारी दे दी। खाते में पड़े 14 लाख रुपये की जानकारी दी तो आरोपी बोले कि वह सभी खातों की जांच करेंगे। इस तरह आरोपियों द्वारा जांच के लिए रुपये मांगने पर उनके द्वारा दिए गए खातों में 14.50 लाख रुपये की राशि डलवा दी।
पीड़ित प्रदीप गुप्ता ने बताया कि साइबर ठगों ने फिर पत्नी व बेटी के खाते में डले हुए 15 लाख रुपये भी देने के लिए कहा। बोले कि 17 सितंबर को बैंक में जाकर वह हमारे खाते में डाल दो तो हम पहले मंगवाए गए 14.50 लाख रुपये आपको लौटा देंगे। इसके साथ ही आतंकवादियों से कोई संलिप्तता ना होने का प्रमाणपत्र दे देंगे।
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