सीबीआई टीम बन शातिर ठगों ने 14 दिन किया हाउस अरेस्ट, डरे दंपति ने भतीजा आने पर भी नहीं खोला गेट
रोहतक, 3 अक्टूबर। केंद्र-राज्य सरकारों और पुलिस के अलर्ट करने के बावजूद लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं। अब रोहतक के सैक्टर-एक निवासी रमेश चंद बड़ी साइबर ठगी का शिकार हो गए।
फिल्मी अंदाज में ठगी :
साइबर क्राइम थाने में दर्ज शिकायत के मुताबिक रमेश चंद दिल्ली टीजीटी व उनकी पत्नी जनक दुलारी हरियाणा टीजीटी पद से रिटायर हैं। बेटे विशाल व विकास सपरिवार अमेरिका में रहते हैं। 14 दिन पहले अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप कॉल करने वाले ने कहा कि में ट्राई से बोल रहा हूं। आपका मोबाइल नंबर दो घंटे बंद रहेगा, क्योंकि यह आपराधिक केस में शामिल है। आपका नंबर पुलिस को ट्रांसफर कर रहा हूं। पुलिस वर्दी में मौजूद व्यक्ति ने कहा कि वह सीबीआई अफसर है।
बकौल रमेशचंद, उसने मेरे आधार कार्ड की कॉपी दिखाते कहा कि इसका इस्तेमाल कर मुंबई के केनरा बैंक में खाता खुलवा 650 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है। उसका 10 प्रतिशत आपको कमीशन मिला है। आपको बचाने के लिए बड़े अधिकारियों से बात करता हूं। इसी बहाने उसने कई दस्तावेज हस्ताक्षर कर फोटो मंगवाए। ठगों ने कहा कि जब तक केस की जांच नहीं हो जाती, तब तक आप हाउस अरेस्ट रहेंगे। किसी से बात नहीं करेंगे व बैंक खातों की रकम एक खाते में करो। साथ ही धमकाया कि आप पर पूरी नजर है। रकम ट्रांसफर कराते हुए कहा कि एक हफ्ते की जांच के बाद रकम लौटा देंगे। बाहर से कोई आया तो हमें पता लग जाएगा। पैसे नहीं दिए तो गिरफ्तारी के बाद सात साल की कैद होगी।
हाउस अरेस्ट रख ठगों ने उनसे 1.33 करोड़ रुपये अपने खातों में ट्रांसफर करा लिए। जब रमेश चंद के अमेरिका में रह रहे बेटों के फोन नहीं उठाया तो दूसरे परिजन घर गए तो इसका खुलासा हुआ। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी बैंगलुरु निवासी एस. मंजेश को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है।
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