नए कोर्सेज के फिजिकल इंस्पेक्शन के लिए करीब 80 टीमें बना डॉक्युमेंट्स किए तलब
चंडीगढ़, 27 अप्रैल। पंजाब यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड आधे से ज्यादा कॉलेजों में इस बार पुराने कोर्स की ऑनलाइन जांच होगी। पीयू प्रशासन ने कॉलेजों से संबंधित पुराने कोर्स के लिए डॉक्युमेंट्स ऑनलाइन मंगवा लिए हैं। साथ ही नए कोर्सज और नए कॉलेजों की फिजिकल इंस्पेक्शन के लिए करीब 80 टीमें गठित कर दी हैं।
जानकारी के मुताबिक जहां हर साल करीब 150-160 टीमें जांच के लिए बनती थीं, इस बार इनकी संख्या घटाकर लगभग आधी कर दी। पीयू से लगभग 200 कॉलेज एफिलिएटेड हैं। हर साल कॉलेजों में चल रहे कोर्सेज के इन्फ्रास्ट्रक्चर और नियमों की जांच को फिजिकल टीम भेजी जाती थीं। हालांकि इस बार पुराने कोर्सेज के लिए ऑनलाइन डॉक्यूमेंट्स के आधार पर ही एफिलिएशन की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। केवल नए कोर्सों और नए कॉलेजों की ही फिजिकल इंस्पेक्शन होगी।
गौरतलब है कि यदि इन्फ्रास्ट्रक्चर पूरा नहीं पाया गया तो कॉलेज को नया कोर्स शुरू करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पहले जांच टीमों में नाम ना आने को लेकर सीनेटरों में भारी असंतोष रहता था। पीयू की सीनेट और सिंडिकेट की बैठकों में इस मुद्दे को लेकर बहस और मनमुटाव आम था। आरोप लगते थे कि जांच टीमों के गठन में भेदभाव हो रहा है। अब ऑनलाइन जांच प्रणाली लागू होने से टीमों की संख्या कम हुई, जिससे विवादों की गुंजाइश भी कम हुई है।
बता दें कि इस समय पीयू में सीनेट भी नहीं है। ऐसे में कोई भी पूर्व सीनेटर अपनी आपत्ति किसी भी प्लेटफॉर्म पर नहीं उठा पा रहा।
एफिलिएशन के लिए कॉलेजों को अक्टूबर और नवंबर महीने में आवेदन करना होता है। जांच के दौरान अक्सर कॉलेजों को शिक्षकों और स्टाफ की नियुक्ति, कोर्स से संबंधित लैब और लाइब्रेरी निर्माण जैसे आवश्यक प्रावधान पूरे करने के निर्देश दिए जाते हैं। यदि कॉलेज मानकों पर खरे नहीं उतरते तो उनकी एफिलिएशन रोकी जा सकती है।
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