पंजाब/यूटर्न/9 जुलाई: मोहाली में आज उस समय जोरदार हंगामा हो गया जब निंगों ने शूटिंग के दौरान गुरूद्वारा साहिब का नकली सैंट देख कर सीरियल की शूटिंग रूकवा दी। शूटिंग में आनंदकारज (सिख धर्म में विवाह) की शूटिंग होनी थी। इसके लिए गुरुद्वारा साहिब का सेट बनाया गया था। जहां प्रतीक के तौर पर निशान साहिब और पालकी साहिब सजाई गई थी। तभी किसी ने निहंगों को बता दिया कि घंडुआं के अकालगढ़ में बेअदबी की जा रही है। जिसके बाद निहंग वहां पहुंच गए। उन्होंने शूटिंग रुकवा दी। हंगामे का पता चलते ही खरड़ पुलिस वहां पहुंच गई। जहां शूटिंग कर रहे प्रोडक्शन यूनिट ने कहा कि निहंगों ने उनके साथ मारपीट और बदसलूकी की है।
पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुला बयान दर्ज किए। दूसरी तरफ निहंगों ने चेतावनी दी है कि अगर पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की तो फिर वे संघर्ष करेंगे। पुलिस ने उन्हें मामले की जांच का भरोसा दिया है। बताया जाता है कि घंडुआं के अकालगढ़ के नजदीक पंजाबी सीरियल उडारियां की शूटिंग चल रही थी। जहां पर गुरुद्वारा साहिब का सैट लगाया गया था। यहां पर प्रतीक के तौर पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब का पावन स्वरूप भी सजाया गया था। वहां पर 3 ग्रंथी भी बुलाए गए थे। निहंगों ने यह सब देखा तो भडक़ उठे। उन्होंने कहा कि यह सिख मर्यादा के खिलाफ है। ऐसा नहीं होना चाहिए। उनके हंगामें के बाद शूटिंग रोक दी गई। उन्होंने शूटिंग करने वालों पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि उन्हें सब कुछ पता था, उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। मौके पर पहुंचे निहंग बाबा निहाल सिंह बरौली ने बताया कि हमें बाबा मेजर सिंह का बेअदबी के संबंध में फोन आया था। जब हम यहां पहुंचे तो पता लगा कि गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी सजाई हुई। तीन ग्रंथी जो वीडियो बना रहे थे। चौर साहिब आदि यहां पर था। यहां उड़ारियां सीरियल की शूटिंग चल रही थी। श्री गुरु ग्रंथ साहिब का तखत हर जगह सजाना शोभा नहीं देता है। सरगुन मेहता ने सबसे अधिक बेअदबी की है। हम चाहते है कि शूटिंग करवा रहे पति-पत्नी पर केस दर्ज होना चाहिए।
मैं खुद सिख, पहले भी ऐसी शूटिंग हुई
हंगामे का पता चलते ही पंजाबी कलाकार जरनैल सिंह भी पहुंच गए। उन्होंने कहा कि वह खुद सिख है। वह मानते हैं कि सेंटीमेंट्स हर्ट हुए है। हालांकि उन्होंने कहा किसी फिल्म में सिख लडक़े का विवाह आदि दिखाना तो किसी समाज की अच्छी गतिविधि है। उसका एक तरीका अवश्य होना चाहिए। शिरोमणि कमेटी ने जैसे मैरिज पैलेसों में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप ले जाने पर पाबंदी लगा दी, इसी तरह शूटिंग को लेकर भी साफ आदेश होने चाहिए। हालांकि इससे पहले भी कई फिल्मों में इस तरह के सीन शूट किए जा चुके हैं। खरड़ के डीएसपी करन सिंह संधू ने बताया कि मामला उनके ध्यान में मामला आया था। दोनों पक्षों के तर्कों को सुना गया है। प्रोडक्शन वाले शूटिंग संबंधी एसजीपीसी या अकाल तखत से स्पष्टीकरण ले लेंगे।
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