लुधियाना 17 नवंबर। नई दिल्ली में हुए लाल किला ब्लास्ट मामले में एनआईए की टीमों द्वारा अलग अलग शहरों में दबिश दी जा रही है। इसी के तहत एनआईए की टीम द्वारा लुधियाना के बाल सिंह नगर के एक डॉक्टर को हिरासत में लिया है। जिसे दिल्ली ले जाकर पूछताछ की जा रही है। वहीं डॉक्टर के लैपटॉप और मोबाइल को भी कब्जे में ले लिया गया है। एनआईए को आशंका है कि शायद उक्त डॉक्टर का लिंक इस ब्लास्ट में शामिल आतंकी डॉक्टरों के साथ हो सकता है। जिसके चलते टीमें इसकी जांच कर रही है। डॉक्टर की पहचान बाल सिंह नगर के रहने वाले जान निसार आलम के रुप में हुई है। वहीं इससे पहले भी एनआईए की और से पठानकोट के आर्मी एरिया मामून कैंट के पास बने मेडिकल कॉलेज में काम करने वाले डॉक्टर रईस भट्ट को इंटेलिजेंस ब्यूरो के इनपुट पर हिरासत में लिया गया था। हालांकि पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था।
आतंकी डॉक्टरों से लिंक होने की आशंका
दिल्ली ब्लास्ट मामले में कई डॉक्टरों के आतंकियों के भेस में होने का पता चला था। जिसके बाद इस केस का लिंक फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से हुआ। जिसके बाद कई डॉक्टरों के चेहरे सामने आने शुरु हुए। वहीं एनआईए को आशंका है कि लुधियाना के डॉक्टर जान निसार आलम के लिंक भी कही न कही इस यूनिवर्सिटी में रहे आतंकी डॉक्टरों से हो सकते हैं।
जानकारी के अनुसार एनआईए की टीम ने लुधियाना के निसार आलम को बंगाल से हिरासत में लिया है। जहां पर वे अपने रिश्तेदार के यहां गया हुआ था। उसके पिता का कहना है कि धमाके वाले दिन ही निसार वहां गया था। जिसके बाद टीम ने बंगाल पहुंचकर उसके हिरासत में लिया है।
पंजाब के कई डॉक्टर रडार पर
वहीं जांच एजेंसियों द्वारा आतंकियों के लिंक में पहले और धमाके के दौरान रहे सभी डॉक्टरों से पूछताछ की जा रही है। जिसके चलते पंजाब के कई डॉक्टर टीमों की रडार पर है। जिसके चलते कई और डॉक्टरों की एंक्वायरी की जा रही है। उनकी कॉल डिटेल निकाली जा रही है। यह एक ऐसा मामला है, जिसकी देखरेख केंद्र सरकार द्वारा की जा रही है। इस मामले की जांच सभी स्टेट द्वारा आपस में बातचीत करके की जा रही है।
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