चंडीगढ़ : आईआरएस हरप्रीत के चर्चित कत्ल मामले में खुल रहीं रोज नई परतें, उनका चाचा कुलदीप नजरबंद

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

हत्या आरोपी पूर्व एआईजी ने किया था दावा, दामाद के चाचा ने दिया रिवाल्वर, ड्राइवर भी जांच में शामिल

चंडीगढ़ 8 अगस्त। यहां जिला कोर्ट में आईआरएस अफसर हरप्रीत सिंह के चर्चित कत्ल मामले में रोज नई परतें खुल रही हैं। कत्लकांड के आरोपी पंजाब के पूर्व एआईजी मलविंदर सिंह सिद्धू ने दावा किया था कि उनके दामाद हरप्रीत के चाचा कुलदीप सिंह ने ही उसको रिवाल्वर लाकर दिया था।

गौरतलब है कि इस हाई-प्रोफाइल मर्डर केस में पुलिस ने अब जांच तेज कर दी है। गत दिवस पुलिस ने हरप्रीत सिंह के चाचा कुलदीप सिंह से सैक्टर 36 थाने में घंटों तक पूछताछ की थी। जिसके बाद उन्हें जरूरत पड़ने पर जांच में शामिल होने की हिदायत देकर छोड़ दिया। इस बीच पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने हरप्रीत के चाचा को 11 अगस्त तक नजरबंद रखने का आदेश दिया है। इस दौरान वह कहीं भी घर से बाहर नहीं जा सकते हैं।

जानकारी के मुताबिक पूर्व एआईजी मलविंदर सिंह सिद्धू अपने ड्राइवर रंजीत सिंह के साथ अपनी कार में जिला कोर्ट पहुंचा था। अब पुलिस ने इस मामले की जांच में ड्राइवर रंजीत सिंह को भी शामिल कर लिया। पुलिस ने उससे पूछताछ की कि आरोपी सिद्धू कार में कहां से आया था।

ड्राइवर ने उसे किस समय जिला कोर्ट में छोड़ा था। वह कार में अकेला था या उसके साथ कोई और भी था। उसने सिद्धू के पास पिस्तौल देखी थी या नहीं। ऐसे कई सवाल ड्राइवर से पूछे गए। पुलिस उससे आगे भी पूछताछ कर सकती है।

अब हरप्रीत की माता पर नया संकट !

इस चर्चित कांड में अब नया संकट मृतक हरप्रीत सिंह की माता के सामने है। वह बार-बार कह रही हैं कि उनको अपने देवर से जान का खतरा है। इसकी वजह उनका बहुत पुराना पारिवारिक विवाद है। कुछ साल पहले उनके मरने वाले बेटे हरप्रीत ने ही अंबाला में अपने चाचा कुलदीप सिंह के खिलाफ केस दर्ज कराया था। यह केस दोनों परिवारों के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद से जुड़ा था। इस केस में कुलदीप फिलहाल जमानत पर है। इसलिए उनको शक है कि इसी केस का बदला लेने के लिए कुलदीप ने  सिद्धू से डील की  और उसके बेटे की हत्या करा दी।

————

 

 

वित्त मंत्री चीमा ने पंजाब को बाढ़ सहायता के नाम पर भाजपा नीत केंद्र सरकार की तीखी आलोचना की कहा, 1600 करोड़ रुपये के मामूली राहत पैकेज में से आज तक पंजाब को एक भी रुपया नहीं दिया गया कांग्रेस पर ‘लाशों की राजनीति’ का आरोप लगाया

सिख समाज एक बहादुर कौम, धर्म की रक्षा के लिए सिर कटा दिये, लेकिन झुके नहीं – मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 1984 सिख दंगों के पीड़ित परिवारों की पीड़ा हमारी पीड़ा, सिख समाज का संघर्ष हम सब के लिए प्रेरणादायक सिख समाज की कुर्बानियों तथा वीरता पर भारतवासियों को गर्व समाज में नफरत फैलाने वाली ताकतों के खिलाफ हमेशा रहना होगा सतर्क 1984 के दंगा पीड़ितों को सरकारी नौकरी देने की घोषणा पर सिख समाज ने जताया मुख्यमंत्री का आभार

हरजोत बैंस ने पंजाब की दुर्दशा के प्रति केंद्र की उदासीनता की आलोचना की • भाखड़ा बांध के जीवनकाल और गाद के बारे में बीबीएमबी के पास आंकड़ों की कमी पर सवाल • ईएम ने विपक्ष से बाढ़ प्रभावित पंजाब के पुनर्वास के लिए राजनीतिक लाभ की बजाय लोगों के कल्याण को प्राथमिकता देने का आग्रह किया

वित्त मंत्री चीमा ने पंजाब को बाढ़ सहायता के नाम पर भाजपा नीत केंद्र सरकार की तीखी आलोचना की कहा, 1600 करोड़ रुपये के मामूली राहत पैकेज में से आज तक पंजाब को एक भी रुपया नहीं दिया गया कांग्रेस पर ‘लाशों की राजनीति’ का आरोप लगाया

सिख समाज एक बहादुर कौम, धर्म की रक्षा के लिए सिर कटा दिये, लेकिन झुके नहीं – मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 1984 सिख दंगों के पीड़ित परिवारों की पीड़ा हमारी पीड़ा, सिख समाज का संघर्ष हम सब के लिए प्रेरणादायक सिख समाज की कुर्बानियों तथा वीरता पर भारतवासियों को गर्व समाज में नफरत फैलाने वाली ताकतों के खिलाफ हमेशा रहना होगा सतर्क 1984 के दंगा पीड़ितों को सरकारी नौकरी देने की घोषणा पर सिख समाज ने जताया मुख्यमंत्री का आभार

हरजोत बैंस ने पंजाब की दुर्दशा के प्रति केंद्र की उदासीनता की आलोचना की • भाखड़ा बांध के जीवनकाल और गाद के बारे में बीबीएमबी के पास आंकड़ों की कमी पर सवाल • ईएम ने विपक्ष से बाढ़ प्रभावित पंजाब के पुनर्वास के लिए राजनीतिक लाभ की बजाय लोगों के कल्याण को प्राथमिकता देने का आग्रह किया