डीजीपी हुड्डा के निर्देश, चालान सीसीटीवी से ही कटेंगे, मकसद चंडीगढ़ पुलिस की इमेज सुधारना
चंडीगढ़,,,, 15 सितंबर। ट्राईसिटी में ट्रैफिक पुलिस कभी नियमों का सख्ती से पालन कराने के लिए मशहूर थी। हालांकि अब वो वाहन चालकों को बेवजह तंग करने के लिए बदनाम होने लगी है। लिहाजा चंडीगढ़ के डीजीपी डॉ. सागर प्रीत हुड्डा ने नई हिदायतें जारी की है।
जिसके मुताबिक अब वाहन चालकों को केवल ट्रैफिक नियम तोड़ने पर ही रोका जा सकेगा। यदि कोई चालक नियमों का उल्लंघन नहीं कर रहा है तो उसे बिना वजह नहीं रोका जाएगा। खासकर परिवार के साथ चल रही गाड़ियों को रोकने से बचने के निर्देश दिए गए हैं। डीजीपी के मुताबिक इसका मकसद चंडीगढ़ पुलिस की छवि को बेहतर बनाना है। हाल ही में सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए थे, जो सीनियर अफसरों तक भेजे गए थे।
जिनमें पुलिसकर्मी नाकों पर वाहन चालकों को रोकते और परेशान करते दिखाए गए थे। जिसको ध्यान में रखते हुए मैनुअल चालान पर भी रोक लगा दी गई है। अब चालान केवल सीसीटीवी कैमरों के जरिए ही जारी होंगे। शहर के हर थाना क्षेत्र में शाम के समय सुरक्षा और अपराध रोकने को दो-तीन नाके लगाए जाते हैं। हालांकि यहां पर पुलिसकर्मी अक्सर चालान काटने लग जाते थे। डीजीपी ने थाना प्रभारियों को सख्त आदेश दिए हैं कि नाके पर गाड़ियां सिर्फ तभी रोकी जाएं, जब चालक ने ट्रैफिक नियम तोड़ा हो।
शहर में आने वाली बाहरी राज्यों की गाड़ियों को अक्सर ट्रैफिक पुलिस के जवान रोककर वसूली करते थे। खासकर एंट्री प्वाइंट, लाइट प्वाइंट और चौराहों पर यह देखने को मिलता था। आरोप तो यहां तक लगे कि ड्यूटी लगाने के लिए मुंशी को लाखों रुपए तक देने पड़ते थे। डीजीपी हुड्डा ने पदभार संभालने के बाद व्यवस्था में बदलाव शुरू किए।