स्कूल फंड को सुनील मडिया ने अपनी निजी कंपनी में कराया ट्रांसफर; रिश्तेदार, करीबी व पियोन है लाखों के शेयर मालिक
लुधियाना 17 जून। न्यू हाई स्कूल स्कैम व फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन सामने आने के बाद कई राजनेताओं व नामी लोगों के चेहरे जनता में उजागर हो गए हैं। लोगों में चर्चा छिड़ गई कि पहले लोगों के प्लॉटों पर कब्जे होने की चर्चाएं सामने आती थी। लेकिन इस पर यकीन नहीं किया जा पाता था। न्यू हाई स्कूल एलुमनी एसोसिएशन के प्रधान राजेश गर्ग ने कहा कि लेकिन न्यू हाई स्कूल की जमीनें बेचने, फंड मिसयूज करने और शेयर घोटाले के बाद यह सच साबित हो गया कि वाक्य में जमीनों पर राजनेताओं की शह पर जमकर कब्जा हुए हैं। वहीं बता दें कि राजनेता जनता के हक की रक्षा करने वाला कस्टोडियन होते हैं। लेकिन जब कस्टोडियन ही गलत लोगों को शह देने लगे और उनकी शह पर कब्जे होने लगे तो आम जनता का तो फिर ऊपर वाला ही रखवाला है। न्यू हाई स्कूल घोटाले में सीट की रिपोर्ट सामने आने के बाद कइयों के छिपे हुए चेहरे सामने आए हैं। हालांकि लोगों में चर्चा है कि ऐसे किरदारों को जनता के सामने लाना चाहिए। ऐसे राजनेताओं के किरदारों को सामने लाकर उनका बॉयकाट करना चाहिए। क्योंकि अगर लोगों के वोट लेकर बने राजनेता ही चोर निकल जाए, तो किससे ईमानदारी की उम्मीद की जा सकती है। वहीं लोगों में यह भी चर्चा है कि अगर राजनेता कसूरवार नहीं था, लेकिन सब कुछ जानने के बावजूद कार्रवाई न करना और अपराध के लिए मोटिवेट करना भी एक किस्म का कसूरवार होना ही है।
सुनील मडिया ने राजनेताओं के कार्यकाल में फंड किया मिसयूज
राजेश गर्ग ने कहा कि जिन राजनेताओं द्वारा खुद को बेकसूर बताया जा रहा है, उन्हीं के कार्यकाल के दौरान स्कूल फंड से सुनील मडिया की कंपनी नॉर्थ लिंक फिजिकल एंड कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड को लाखों रुपए ट्रांसफर किए गए थे। जबकि स्कूल की जमीनें भी उसी समय में बेची गई। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि उनके कार्यकाल के दौरान इतने घोटाले होते रहे, लेकिन राजनेताओं ने अहम पद्दों पर तैनात होने के बावजूद इसे रोकना तक जरुरी नहीं समझा।
परिवार, रिश्तेदार व पियोन हैं कंपनी में अहम पदों पर तैनात
राजेश गर्ग अनुसार सुनील मडिया की जिस नॉर्थ लिंक फिजिकल एंड कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड कंपनी 1994 में बनी। कंपनी को स्कूल फंड से पेमेंट ट्रांसफर हुई, उसमें सुनील मडिया का परिवार, रिश्तेदार, बेटे के दोस्त व पियोन अहम पद्दों पर तैनात है। जिसमें सुनील मडिया सीईओ, सुनील मडिया की पुत्रवधू शामली मडिया मैनेजिंग डायरेक्टर, बेटा सनी मडिया डायरेक्टर, अनुराधा रानी चीफ फाइनेंस ऑफिसर, गर्गी सहगल डायरेक्टर, इंद्रजीत सिंह जस्सल डायरेक्टर, जतिन कुमार डायरेक्टर, जतिंदर मडिया डायरेक्टर, भारत सोनी डायरेक्टर, राहुल शर्मा डायरेक्टर है। इसमें इंद्रजीत सिंह जस्सल सुनील मडिया का वर्कर, जतिन कुमार न्यू हाई स्कूल का अकाउंटेंट, भारत सोनी सनी मडिया का दोस्त और राहुल शर्मा सुनील मडिया का वर्कर है।
लाखों के शेयर होल्डर है सभी कंपनी के पदाधिकारी
राजेश गर्ग ने बताया कि एसआईटी द्वारा की गई जांच रिपोर्ट में कई अहम सबूत निकलकर सामने आए हैं। सुनील मडिया की नॉर्थ लिंक फिजिकल एंड कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड कंपनी में मार्च 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक सुनील मडिया की पोती नीतिका खन्ना के नाम पर करीब 1.21 करोड़, उसकी बेटी गौरी खन्ना के नाम पर 1.03 करोड़, सनी मडिया की पत्नी शामली मडिया के नाम पर 94.19 लाख, सुनील मडिया की बेटी आरती थापर के नाम पर 78.43 लाख, बेटे सनी मडिया के नाम पर 22.44 लाख, केवल कृष्ण के नाम पर 42.35 लाख, बलविंदर सिंह के नाम पर 25.95 लाख, सुनील मडिया के जवाई राजेश खन्ना के नाम पर 32 लाख, राहुल शर्मा के नाम पर 22 लाख, सुनील मडिया की भाभी प्रभा रानी के नाम पर 5.28 लाख, भाई सतीश कुमार के नाम पर 4.35 लाख और सौयमेल दिनेश कुमार हलानी के नाम पर 2.75 लाख के शेयर हैं।
कंपनी में कोई स्कूल का सेक्रेटरी तो पियोन है लाखों का मालिक
सुनील मडिया की इस कंपनी में न्यू हाई स्कूल के पदाधिकारी तो कही पियोन लाखों के शेयर होल्डर है। कंपनी के रिकॉर्ड मुताबिक जिस केवल कृष्ण के नाम पर 42.35 लाख के शेयर हैं, वे न्यू हाई स्कूल की मैनेजमेंट कमेटी में जनरल सेक्रेटरी है। वहीं राहुल शर्मा, जो कि 22 लाख का शेयर होल्डर है, वह केवल कृष्ण का बेटा है। इसके अलावा चौंकाने वाली बात तो यह है कि स्कूल के पियोन बलविंदर सिंह ने सुनील मडिया को पहले तो स्कूल की ही कमेटी में जनरल सेक्रेटरी दिखाया हुआ है। वहीं बलविंदर सिंह उक्त कंपनी में 25.95 लाख के शेयरों का मालिक है।
दाल में कुछ काला नहीं, बल्कि पूरी दाल ही काली
वहीं इन सभी दस्तावेजों से देखकर पता चलता है कि सिर्फ दाल में कुछ काला नहीं है, बल्कि पूरी दाल ही काली है। हैरानी की बात तो यह है कि किसी चपड़ासी को कमेटी में पदाधिकारी तो उसे कंपनी में लाखों का मालिक बना रखा है। वहीं सुनील मडिया ने अपना ऐसा कोई रिश्तेदार नहीं छोड़ा, जिसे स्कूल की कमेटी और अपनी कंपनी में शामिल न रखा हो। जबकि स्कूल का काफी पैसा इसी कंपनी में ट्रांसफर किया जाता रहा। अब देखना होगा कि इतने सबूत सामने आने के बाद क्या विजिलेंस व जिला प्रशासन कोई एक्शन लेगा या नहीं।