इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने इस प्लांट को अपने खर्च से लगाना है
चंडीगढ़, 25 अक्टूबर। यहां डड्डूमाजरा में नया सीबीजी यानि कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट प्लांट स्थापित किया जाएगा। डंपिंग ग्राउंड की बायो माइनिंग के बाद खाली हुई करीब दस एकड़ जमीन पर यह प्लांट लगेगा।
जानकारी के मुताबिक अभी तक यहां से 20 एकड़ से अधिक पुराना कचरा हटाया जा चुका है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की गाइडलाइंस के अनुसार, कुल साइट के 33 प्रतिशत क्षेत्र को ग्रीन बेल्ट और पेड़-पौधों से हरित क्षेत्र बनाना है। जल्द ही ठोस कचरे से स्वच्छ ऊर्जा तैयार होगी। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड चंडीगढ़ में पहला सेग्रिगेटेड ऑर्गेनिक म्युनिसिपल सॉलिड वेस्ट आधारित कंप्रेस्ड बायोगैस प्लांट लगाने जा रही है। यह प्लांट कंपनी अपने खर्च पर पूरी तरह से फ्री में स्थापित करेगी।
बताते हैं कि इसके लिए आईओसीएल ने नगर निगम को एमओयू भेज दिया है। निगम सदन की पिछली बैठक में इस परियोजना का प्रस्ताव पारित किया गया था। अब एमओयू साइन होने के बाद जमीन पर काम शुरू होगा। यह प्रोजेक्ट भारत सरकार की सस्टेनेबल अल्टरनेटिव टूवर्ड्स अफोर्डेबल ट्रांसपोर्टेशन योजना के तहत लगाया जा रहा है। जिसके तहत ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को देशभर में सीबीजी प्लांट लगाने का लक्ष्य दिया गया है।
आईओसीएल इस प्लांट में संपूर्ण निवेश करेगी। इसमें इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण, उपयोगिताओं की स्थापना और संचालन से जुड़ा सारा खर्च शामिल होगा। प्लांट में मुख्य रूप से शहर से अलग किए गए गीले कचरे और गोबर को प्रोसेस कर सीबीजी और अन्य उपयोगी सह-उत्पाद तैयार किए जाएंगे। स्थापित कर क्षमता बढ़ाने की अनुमति भी दी जाएगी। इसके अलावा आईओसीएल ने स्पष्ट किया था कि वह केवल 10 प्रतिशत मिश्रित कचरे का ही प्रसंस्करण करेगी। निगम ने जवाब में बताया कि मिश्रित कचरे के लिए एक अलग छोटा प्लांट लगाया जा रहा है। इसलिए 10 प्रतिशत से अधिक प्रसंस्करण का दायित्व कंपनी पर नहीं रहेगा। मार्च में निगम सदन में 550 टन प्रतिदिन क्षमता के सॉलिड वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट का प्रस्ताव रखा गया था। उसे रद कर दिया गया था।
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