कुदरती कहर : चंडीगढ़-मनाली फोरलेन पर शुक्रवार को गिरा पहाड़ बाल-बाल बची गाड़ियां

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हिमाचल के मंडी एरिया में भी गिरा पहाड़, नारकंडा-शिलारू में बाढ़, शिमला में तेज बारिश

चंडीगढ़, 8 अगस्त। हिमाचल प्रदेश में मानसूनी-कहर जारी है। चंडीगढ़-मनाली फोरलेन पर शुक्रवार दोपहर में लैंडस्लाइड हो गई। मंडी के झिंडी में पहाड़ी से बड़ी-बड़ी चट्टानें सड़क पर आ गई। इससे फोरलेन वाहनों के लिए बंद हो गया।

जानकारी के मुताबिक सड़क के दोनों और वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया की मशीनरी सड़क की बहाली में जुटी रहीं। मगर यहां पर बार बार लैंडस्लाइडिंग से दिक्कत आ रही है। इससे सड़क बहाली के काम में बाधा उत्पन्न हो रही है। वहीं मंडी जिला की ही धर्मपुर-बनवारकलां-मढ़ी सड़क पर भी शुक्रवार दोपहर के वक्त पूरा पहाड़ गिरा गया। इस दौरान सड़क बहाली में जुटे जेसीबी ऑपरेटरों ने भागकर जान बचाई। यह सड़क दो दिन से बंद पड़ी थी। जिसकी बहाली का काम चल रहा था। पहाड़ गिरने का आभास होते ही जेसीबी ऑपरेटर मौके से भाग निकले।

वहीं दोपहर बाद शिमला जिला के शिलारू और नारकंडा में भारी बारिश हुई। इससे शिलारू मंडी के पीछे पहाड़ी से भारी तादाद में पानी आ गया। नारकंडा व आसपास के क्षेत्रों में भी दोपहर बाद भारी बारिश से सड़कों, रास्तों और लोगों के बगीचों को काफी नुकसान हुआ है।

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लगभग 20,000 लोगों को निकाला गया, 5167 लोगों को राज्य भर में 174 राहत शिविरों में रखा गया: हरदीप सिंह मुंडियन 3.54 लाख से अधिक लोग प्रभावित, बाढ़ में 30 लोगों की मौत और 1400 गांव प्रभावित भीषण बाढ़ में 1.48 लाख हेक्टेयर से अधिक फसलें क्षतिग्रस्त

पंजाब के राज्यपाल ने अमृतसर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया राहत एवं बचाव कार्यों में नागरिक , पुलिस और सेना के संयुक्त प्रयासों की सराहना की गई । बचाव कार्यों में प्रयुक्त तकनीक के लिए जिला प्रशासन की सराहना मानव जीवन के साथ-साथ पशुओं को बचाने के लिए किए गए प्रयास प्रशासन की महान उपलब्धि को दर्शाते हैं।