पहले भी नगर कौंसिल की हद में चुके हैं अतिक्रमण
चरणजीत सिंह चन्न
जगरांव 23 दिसंबर। दुनिया के सात अजूबे से तो हर कोई परिचित है। अपने कारनामों से नगर परिषद जगरांव इसी तरह काम करती रही तो जल्द ही आठवां अजूबा जाएगी।
नगर परिषद जगराओं के स्वामित्व वाली जगहों पर पहले भी कई बार अतिक्रमण हो चुका है। कई बार पार्षदों पर ही अपने नजदीकियों को कब्जे कराने के आरोप लग चुके हैं। अब लोगों के हौंसले इतने बुलंद हो गए हैं कि नई दाना मंडी से शेरपुरा रोड पर एक ढाबा मालिक ने सड़क पर पक्का थड़ा बनाकर उस पर चबूतरा भी डाल दिया है। जिसके बारे में ईमानदारी की दुहाई देने वाली नगर परिषद को कोई भनक तक नहीं लगी।
वहीं दूसरी ओर लोगों की स्वामित्व वाली जगह पर दुकान बनाने के लिए मालिकों ने नगर परिषद में फीस अदा कर नक्शे भी पास करा रखे हैं। उनकी दीवारों पर नगर परिषद ने पोस्टर चिपका दिए हैं, जिस पर लिखा है कि इस जगह का मालिकाना हक सरकार का है। इसलिए जगह की खरीद-फरोख्त सख्त वर्जित है। ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जहां नगर परिषद के नाम वाला पोस्टर चिपकाया गया है, उस मार्केट के दुकानदारों ने बताया कि उन्होंने इस मार्केट में दुकानें खरीदी हैं, जिनकी रजिस्ट्री और इंतकाल भी उनके पास हैं। कई लोगों ने कहा कि उन्होंने नक्शे भी पास कराए हैं।
सड़क पर ढाबे पर कब्जे के संबंध में कार्यकारी अधिकारी सुखदेव सिंह रंधावा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी ही नहीं है। जिस जगह पर पोस्टर चिपकाए गए हैं, वहां पर जिन दुकानदारों के पास प्लॉट, दुकान के मालिकाना हक में कोई भी दस्तावेज मौजूद हैं, उन्हें परेशान नहीं किया जाएगा।
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