चंडीगढ़/लुधियाना/जालंधर, 18 सितंबर:
पंजाब के जल संसाधन मंत्री बरिन्दर कुमार गोयल और राजस्व मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने आज लुधियाना जिले के ससराली कॉलोनी में सतलुज नदी में चल रहे गाद निकालने के कार्य का निरीक्षण किया।
कैबिनेट मंत्रियों ने नदी में जमा गाद को तेज़ी से हटाने और नदी को उसके मूल मार्ग पर वापस लाने के लिए विशेष फ्लोटिंग एक्सकेवेटर, पोकलेन और जेसीबी सहित अतिरिक्त संसाधनों की तत्काल तैनाती के निर्देश दिए। गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने नदी के प्रवाह को उसके प्राकृतिक मार्ग पर वापस लाने के लिए पहले ही उन्नत फ्लोटिंग एक्सकेवेटर तैनात कर दिए हैं।
उन्होंने नदी के प्रवाह की शीघ्र बहाली सुनिश्चित करने तथा आगे गाद जमा होने से रोकने के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों और मशीनरी को जुटाने के निर्देश दिए।
मंत्रियों ने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में सभी कैबिनेट मंत्री, विधायक और अधिकारी बाढ़ प्रभावित लोगों के राहत और पुनर्वास के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने दोहराया कि सरकार उनके पुनर्वास के लिए समय पर सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
कैबिनेट मंत्रियों ने आश्वासन दिया कि सभी प्रभावित परिवारों को 45 दिनों के भीतर मुआवजा वितरित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान का आकलन करने के लिए युद्ध स्तर पर विशेष गिरदावरी पहले से ही की जा रही है।
बाद में, राजस्व मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने साहिबाना गाँव का दौरा किया और बलबीर सिंह को बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई छत की तत्काल मरम्मत के लिए अपने वेतन से 50,000 रुपये दिए। उन्होंने यह भी घोषणा की कि पंजाब सरकार बलबीर सिंह की और सहायता के लिए अतिरिक्त धनराशि जारी करेगी।
जालंधर: जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने धुस्सी बांध के सुदृढ़ीकरण का जायजा लेने के लिए मंडाला छना गाँव का दौरा किया, जहाँ ड्रेनेज विभाग, सैकड़ों स्वयंसेवकों, स्थानीय संगत और सेना के जवानों के सहयोग से बड़े पैमाने पर राहत अभियान चलाया जा रहा है। उनके साथ सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल और अतिरिक्त उपायुक्त जसबीर सिंह भी मौजूद थे।
जल संसाधन मंत्री ने बताया कि सतलुज नदी पर स्थित इस महत्वपूर्ण बाँध को सुरक्षित करने के लिए, राज्यसभा सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल की देखरेख में जालंधर प्रशासन, जल निकासी विभाग और सेना की समर्पित टीमें चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि संसाधनों की कोई कमी नहीं है क्योंकि सरकार ने सामग्री और जनशक्ति की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की है। प्रशासन, सेना, एसडीआरएफ और संगत के अथक प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि जल स्तर कम होने के बाद बाँध को और मज़बूत करने का काम शुरू किया जाएगा।