पंजाब 4 अप्रैल। गुरदासपुर में सास और पति ने मिलकर महिला को संतान न होने के कारण बब्बेहाली नहर में धक्का दे दिया। घटना को छिपाने के लिए दोनों ने एक झूठी कहानी गढ़ी और पुलिस को बताया कि कुछ लुटेरों ने उन्हें घेर लिया था। लुटेरों ने गहने लूटने के बाद रमनप्रीत को नहर में धकेल दिया था। पुलिस ने शुरुआत में अज्ञात लुटेरों के खिलाफ मामला दर्ज किया। लगभग 5 दिनों की खोज के बाद धारीवाल नहर से रमनप्रीत का शव बरामद हुआ। जांच के दौरान सच्चाई सामने आई और यह पता चला कि सास-बेटे ने मिलकर घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मां-बेटे दोनों को गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया।
दो साल पहले हुई थी शादी
मृतक के पारिवारिक सदस्यों ने बताया कि रमनप्रीत कौर की शादी गांव बिधिपूर में अकाशदीप के साथ दो साल पहले हुई थी। संतान न होने के कारण, उसकी सास रुपिंदर कौर और पति अकाशदीप उसके साथ मारपीट करते थे। इतना ही नहीं, वे उस पर दहेज लाने का भी दबाव बनाते थे। परेशान होकर रमनप्रीत कई बार अपने मायके भी गई थी।
बाबा के बहाने नहर के पास ले गई सास
28 मार्च को रुपिंदर कौर अपनी बहू रमनप्रीत को एक बाबा के बहाने नहर के पास ले गई। उसने रमनप्रीत को बताया कि बाबा ने कहा है कि नहर के पास पूजा-पाठ करने से उसे संतान प्राप्ति होगी। जब रमनप्रीत पूजा के लिए नहर के पास पहुंची, तब उसे पीछे से धक्का दे दिया गया। पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया कि रुपिंदर कौर पहले भी दो हत्याएं कर चुकी है।
पुलिस ने पहले अज्ञात लुटेरों के खिलाफ दर्ज किया मामला
थाना सिटी के डीएसपी मोहन सिंह के अनुसार, 28 मार्च को उन्हें सूचना मिली कि बब्बेहाली नहर पर लुटेरों ने सास-बहू पर हमला किया है। रुपिंदर कौर के बयान पर अज्ञात लुटेरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और तत्काल नहर में शव की तलाश शुरू की गई।