हरियाणा में मानसूनी कहर : मारकंडा-बेगना नदी ओवरफ्लो, डूब गए तीन नेशनल हाईवे

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पंचकूला-मोरनी सड़क धंसी, टांगड़ी और घग्गर डेंजर लेवल से पार, कई जिलों में बढ़ा खतरा बाढ़ आने का

हरियाणा,,  4 सितंबर। सूबे में लगातार बारिश से हालात बिगड़े हैं। वीरवार को सोनीपत, पानीपत और झज्जर में बारिश होती रही।
जानकारी के मुताबिक हथिनीकुंड बैराज के फ्लड गेट लगातार चौथे दिन खुले हुए हैं। इसमें अभी भी 1 लाख क्यूसेक के डेंजर लेवल से ज्यादा पानी आ रहा है। हथिनीकुंड बैराज से छोड़े पानी से दिल्ली जाती यमुना का जलस्तर बढ़ा हुआ है। इससे यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत के यमुना से सटे इलाकों में बाढ़ का खतरा बना है। वहीं दिल्ली के औखला बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद फरीदाबाद में यमुना का जलस्तर डेंजर लेवल पर पहुंच गया है।
कुरुक्षेत्र के जलबेहड़ा में मारकंडा नदी का लेवल डेंजर लेवल पार कर गया है। इससे पहले मारकंडा में नैंसी गांव के पास दरार पड़ चुकी है, जिसकी वजह से आसपास के खेतों में पानी घुस गया। मारकंडा का पानी ठसका मीरांजी गांव को क्रॉस करके हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे 152 पर आ गया था। अंबाला में टांगड़ी नदी वीरवार की शाम को ओवरफ्लो हो गई थी, जिससे 17 कॉलोनियों में इसका पानी घुस गया। अभी भी टांगड़ी ओवरफ्लो चल रही है। अंबाला में बीती रात बेगना नदी उफान पर आ गई। बुधवार आधी रात के बाद नदी का पानी किनारों के ऊपर से फैल गया। इससे पानी अंबाला-रुड़की नेशनल हाईवे-344 पर पहुंच गया।
उधर, सिरसा में बुधवार को ढाणी में मकान की छत गिर गई। इसमें परिवार सुरक्षित है। परिवार में 6 लोग और 3 छोटे बच्चे हैं। मकान के गिरने से पहले ही सबको बाहर निकाल दिया था। फतेहाबाद जिले के गांव रामसरा में ड्रेन की मरम्मत करने के दौरान एक मनरेगा मजदूर को हार्ट अटैक आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई।