बहादुरगढ़-दादरी में भी आफत, दो माइनर टूटीं, हिसार में घर गिरा, सेना ने संभाला मोर्चा
हरियाणा, 6 सितंबर। सूबे में बारिश और नदियों के ओवरफ्लो होने से तबाही मची है। जिसके चलते 2,748 गांव प्रभावित हैं और फरीदाबाद में यमुना व कुरुक्षेत्र में मारकंडा नदी डेंजर-लेवल पर बह रही हैं।
जानकारी के मुताबिक कैथल और सिरसा में घग्गर नदी ओवरफ्लो है। सोनीपत, करनाल और यमुनानगर में लगातार भूमि कटाव हो रहा है। मौसम विभाग ने हिसार, फतेहाबाद, सोनीपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, जींद, कैथल, यमुनानगर, अंबाला, पंचकूला में बारिश की संभावना जताई है। हिसार, पानीपत, फतेहाबाद, सिरसा, कुरुक्षेत्र और अंबाला में बारिश हो रही है।
उधर सिरसा के अहमदपुर में बांध टूट गया, जो घग्गर नदी पर बना था। करीब 30 फीट तक कटाव हो गया है। इससे खेतों में सारा पानी भर गया। यह गांव सिरसा शहर के बिल्कुल साथ लगता है। यहां बचाव कार्य करते वक्त ट्रैक्टर पानी में गिर गया। बहादुरगढ़ में दिल्ली बॉर्डर की तरफ टूटी मुंगेशपुर ड्रेन को ठीक करने में सेना सुबह से ही लगी थी। सेना के 80 जवान और बहादुरगढ़ के विभिन्न विभागों के 100 से ज्यादा कर्मचारी मौके पर ड्रेन के किनारों को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं। यहां एक माइनर भी टूटी है।
हिसार में मंत्री रणबीर के गंगवा गांव में सांसद कुमारी सैलजा जलभराव का जायजा लेने पहुंचीं। वहीं घिराय गांव में मकान की छत गिर गई। घटना के वक्त परिवार वहां मौजूद नहीं था। गांव कैमरी मंगवा के बीच टूटी ड्रेन पर बांध बनाने के लिए एसडीआरएफ पहुंची। वहीं, हरियाणा के सीएम नायब सैनी कुरुक्षेत्र ने जलभराव से प्रभावित एरिया का जायजा लिया। दूसरी तरफ, कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में मारकंडा नदी अभी भी खतरे के निशान पर बह रही है। वहीं, अंबाला में टांगड़ी नदी में 8 हजार क्यूसेक पानी बह रहा है। सिरसा में घग्घर नदी का ओटू हेड पर 4 हजार क्यूसेक पानी बढ़ गया है। वहीं, कैथल में घग्गर का जलस्तर 23.6 फीट तक पहुंच गया है, जो डेंजर लेवल से 6 इंच ज्यादा है। पानी ओवरफ्लो होकर खेतों में जा रहा है। फरीदाबाद में यमुना खतरे के निशान पर बह रही है। यहां 12 गांव पानी की चपेट में हैं और सैकड़ों मकान अभी भी डूबे हुए हैं।
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