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टेक्सटाइल व्यापारियों में दीवाली जैसा माहौल, दूसरे देशों के साथ कंपीटिशन करेगी भारतीय इंडस्ट्री
लुधियाना 16 मार्च। भारत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री द्वारा लगातार चाइना से कस्टम व जीएसटी चोरी कर आ रहे पॉलिएस्टर फैब्रिक पर एमआईपी (मिनिमम सपोर्ट प्राइस) लगाने की मांग की जा रही थी। इस मांग को केंद्र सरकार द्वारा शनिवार को स्वीकार कर लिया गया है। जिस संबंधी सरकार द्वारा नोटीफिकेशन भी जारी कर दी गई है। इस नोटीफिकेशन के मुताबिक अब चाइना से आने वाले पॉलिएस्टर फैब्रिक की अलग अलग किस्मों पर साढ़े तीन डॉलर प्रति किलो एमआईपी तय की गई है। अर्थात भारतीय करंसी के मुताबिक 300 रुपए किलो कपड़ा अब चाइना से भारत आएगा। इससे देश की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को बड़ी राहत मिलेगी। जिसके चलते अब 50 प्रतिशत चल रही इंडस्ट्री दोबारा से अपने 100 प्रतिशत सत्र पर चल सकेगी। जानकारी के अनुसार पंजाब, सूरत, अहमदाबाद, कोलकत्ता समेत सभी स्टेट की इंडस्ट्री प्रधानमंत्री से लेकर हर केंद्रीय मंत्री को विज्ञापन देकर लगातार चाइना से आ रहे फैब्रिक पर एमआईपी लगाने की मांग की गई थी। जिसके चलते अब यह मुद्दा हल होता हुआ नजर आ रहा है।
छह महीने के लिए मिली राहत
जानकारी के अनुसार शनिवार को चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव की घोषणा की गई है। वहीं केंद्र सरकार द्वारा यह इलेक्शन घोषणा से तकरीबन एक घंटे पहले नोटीफिकेशन जारी किया गया है। जबकि नोटीफिकेशन के मुताबिक यह एमआईपी छह महीने के लिए है। हालांकि अगले तीन महीने भारत में चुनाव है। लेकिन मौजूदा समय में इससे टेक्सटाइल इंडस्ट्री को बड़ी राहत मिलेगी।
टेक्सटाइल कारोबारियों के लिए दीवाली जैसा माहौल : बॉबी जिंदल
टेक्सटाइल कारोबारी बॉबी जिंदल ने कहा कि केंद्र सरकार की नोटीफिकेशन के बाद कारोबारियों में खुशी की लहर है। इन आदेशों से टेक्सटाइल कारोबारियों में दीवाली जैसा माहौल है। चाइना से ड्युटी चोरी कर आ रहे फैब्रिक से भारत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री की 50 प्रतिशत प्रोडक्शन रह गई थी। लेकिन अब फिर से इंडस्ट्री पटरी पर आ सकेगी।
देश की इंडस्ट्री को मिलेगा बूस्ट : तरूण जैन बावा
डाइंग कारोबारी तरूण जैन बावा ने केंद्र सरकार का इस फैसले पर धन्यवाद किया। बावा ने कहा कि चाइना से आ रहे पॉलिएस्टर फैब्रिक पर एमआईपी लगाने से भारत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को बड़ा बूस्ट मिलेगा। जबकि उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि चाइना के फैब्रिक पर ड्युटी और बढ़ा दी जाए। जिससे वहां से फैब्रिके इंपोर्ट नहीं हो पाएगा। इससे भारतीय इंडस्ट्री को कारोबार बढ़ाने में सहायता मिलेगी। जिससे और फैक्ट्रियां लगेगी और लोगों को रोजगार मिलेगा। तरूण जैन बावा ने कहा कि इससे हमारी इकोनॉमी स्ट्रांग होगी।
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भारतीय इंडस्ट्री दूसरे देशों की इंडस्ट्री से करेगी कंपीटिशन : संजू धीर
टेक्सटाइल कारोबारी संजू धीर ने कहा कि सरकार से इस फैसले से वोकल फॉर लोकल को बूस्ट मिलेगा। इससे अब भारत के व्यापारी दूसरे देशों की टेक्सटाइल इंडस्ट्री से कंपीटिशन कर सकेगें। जिससे भारत मजबूत होगा। संजू धीर ने कहा कि भारत सरकार के इन आदेशों ने साबित किया कि वह अपनी इंडस्ट्री के साथ है। चाइनीज फैब्रिक से इंडस्ट्री से लेकर दुकानें तक बंद हो गई थी। लेकिन अब वह सभी फिर से कारोबार कर अपना और दूसरों का घर चला सकेगें।
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