राई (सोनीपत), हरियाणा – खेल विश्वविद्यालय हरियाणा में दीक्षारंभ कार्यक्रम के समापन समारोह का आयोजन उत्साहपूर्वक किया गया। इस अवसर पर भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान श्रीमती रानी रामपाल ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि “खेल मेहनत मांगते हैं, आपका बैकग्राउंड नहीं देखते।” उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि उनके पिता रिक्शा चलाते थे, लेकिन निरंतर अभ्यास और अनुशासन के बल पर उन्होंने लगभग 15 वर्षों तक देश का प्रतिनिधित्व किया। रानी ने छात्रों से मोबाइल और सोशल मीडिया से दूरी बनाकर खेलों पर पूरा ध्यान केंद्रित करने और संतोषी रहने की प्रेरणा दी।
कुलपति प्रो. (डॉ.) अशोक कुमार ने कहा कि खेल विश्वविद्यालय ने मात्र 65 विद्यार्थियों से शुरुआत की थी और आज 700 से अधिक विद्यार्थियों के साथ देश में तीसरा स्थान प्राप्त कर रहा है। उन्होंने कहा कि खेलों में कोई शॉर्टकट नहीं है; “हमें छोटी राह नहीं, बड़ी रेखा खींचनी है।” खेलों में कोचिंग, प्रबंधन, मीडिया सहित अनेक क्षेत्रों में करियर की असीम संभावनाएँ हैं।
राई की विधायक श्रीमती कृष्णा गहलोत ने कहा कि प्रवेश केवल शिक्षा नहीं, बल्कि नए संस्कारों की यात्रा है। उन्होंने युवाओं से गलत आदतों से दूर रहकर टीम भावना से खेलने और हरियाणा को खेलों में शीर्ष पर बनाए रखने का आह्वान किया।
सोनीपत के विधायक श्री निखिल मदान ने कहा कि खिलाड़ी देश के लिए खेलते हैं, इसलिए ईमानदारी और निष्ठा आवश्यक है। कठिनाइयों को पार कर जब आप मेडल जीतते हैं, तो यह पूरे प्रदेश और देश के लिए गर्व का क्षण होता है। उन्होंने खिलाड़ियों से समर्पित अभ्यास कर राज्य और देश का नाम रोशन करने का आग्रह किया।
समारोह में डीन अकादमिक अफेयर्स प्रो. योगेश ने स्वागत भाषण दिया और रजिस्ट्रार श्री जसविंदर सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के डीन, अधिकारी, संकाय सदस्य, विद्यार्थी, सुपर-100 के छात्र और विद्यालय स्टाफ बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।