लुधियाना 25 दिसंबर। लुधियाना में साइबर ठगों द्वारा ठगी करने के नए नए तरीके निकाले जा रहे हैं। एक बार फिर से साइबर ठगों द्वारा शहर के नामी कपड़ा कारोबारी को अपना निशाना बनाया। उनकी और से अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप चलाकर उस पर कारोबारी की प्रोफाइल फोटो लगा ली। जिसके बाद कारोबारी के अकाउंटेंट को ही व्हाट्सएप मैसेज भेजकर अज्ञात बैंक खाते में 86 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए। जब अकाउंटेंट को ठगी का पता चला तो उसने इसकी जानकारी कारोबारी को दी। कारोबारी ने इसकी जानकारी साइबर सैल को दी। थाना साइबर सैल की पुलिस ने सिविल लाइंस में डॉ. शाम सिंह रोड निवासी 58 वर्षीय श्रेणिक जैन की शिकायत लेकर जांच शुरु कर दी है।
अज्ञात नंबर से मैसेज कर मांगी खाते की जानकारी
श्रेणिक जैन शहर के नामी कपड़ा कारोबारी है। श्रेणिक जैन ने बताया कि उनके पास अकाउंटेंट अमित सलारिया जॉब करता है। बैंक खातों को वहीं संभालता है। श्रेणिक जैन अनुसार अमित को अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप मैसेज आया। व्हाट्सएप पर साइबर ठगों द्वारा श्रेणिक जैन की प्रोफाइल फोटो लगा रखी थी। ठगों द्वारा पहले मैसेज भेजकर अमित से सारे खातों में मौजूद बैलेंस की जानकारी मांगी। अमित ने उक्त नंबर को श्रेणिक जैन का दूसरा नंबर समझकर सेव कर लिया और जानकारी सांझी कर दी।
नए कारोबार का हवाला दे पेमेंट करवाई ट्रांसफर
श्रेणिक जैन ने बताया कि ठगों द्वारा खाते की पूरी जानकारी लेने के बाद अमित को एक खाते की डिटेल भेजी। जिसमें उन्होंने कहा कि नया कारोबार शुरु करने लगे हैं। जिसके चलते उक्त खाते में 86 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए जाए। अमित ने सच मानते हुए पेमेंट ट्रांसफर भी कर डाली। लेकिन बाद में जब उसकी श्रेणिक जैन से बात हुई पता चला कि उन्होंने किसी को पेमेंट ट्रांसफर के लिए कोई मैसेज ही नहीं किया था।
जाली दस्तावेजों पर खोल रखा खाता
साइबर सैल की पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है। पुलिस द्वारा जिस खाते में पेमेंट ट्रांसफर हुई है, उसके ब्लॉक कराने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं पेमेंट स्टॉप कराने के लिए भी बैंक को लिखा गया है। सूत्रों के अनुसार जांच के दौरान पता चला कि जिस खाते में पैसे भेजे गए हैं, वह जाली दस्तावेजों के आधार पर खोला हुआ है। पुलिस के मुताबिक मामले को सुलझाने के लिए गहन जांच की जाएगी।
पूरी जानकारी हासिल कर की वारदात
वहीं चर्चा है कि साइबर ठगों द्वारा श्रेणिक जैन के बारे में पूरी जानकारी जुटाने के बाद ही वारदात को अंजाम दिया गया है। क्योंकि व्हाट्सएप पर उन्हीं की प्रोफाइल फोटो लगाना और फिर उन्हें यह भी पता था कि श्रेणिक जैन का अकाउंटेंट कौन है। हालांकि पिछले दिनों शहर में साइबर ठगी के कई मामले सामने आए। ज्यादातर मामलों में ठगों द्वारा शहर के नामी कारोबारियों को ही अपना निशाना बनाया गया है।