लुधियाना 6 अगस्त। बुड्ढा दरिया के हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। दरिया की सफाई को शुरु किए 650 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट का कही न कही असर नहीं देखने को मिल रहा। जबकि दूसरी तरफ दरिया और गंदा होता जा रहा है। जिसके चलते जिला प्रशासन की और से आने वाले दिनों में बुड्ढा दरिया के सैंपल लिए जाएंगे। सैंपलिंग कराने के लिए डाइंग इंडस्ट्री की और से दो दिन अपनी फैक्ट्रियां बंद करने का ऐलान किया है। वीरवार व शुक्रवार को शहर के सभी डाइंग यूनिट बंद रहेगें। ताकि दरिया के सैंपल सही तरीके से लिए जा सके और पता चल सके कि आखिर दरिया में गंदा पानी कौन सी इंडस्ट्री द्वारा गिराया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ डीसी द्वारा भी इस मामले में एक्स पर मैसेज पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने अगले चार दिन में दरिया के सैंपल लेने की बात कही है।
पीपीसीबी और निगम लेगा सैंपल
जानकारी के अनुसार बुड्ढा दरिया सफाई मामले में एनजीटी की और से संज्ञान लिया गया है। इस मामले में एनजीटी की और से आदेश दिए गए हैं। डीसी साक्षी साहनी ने पोस्ट कर बताया कि एनजीटी के आदेशों के पास पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड और नगर निगम द्वारा दरिया के सैंपल लिए जाएंगे। इस दौरान अगले 4 दिनों में वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की और से यह सैंपलिंग की जाएगी।
सच आना चाहिए सब के सामने
वहीं डाइंग कारोबारी पंजाब डायर्स एसोसिएशन के प्रधान अशोक मक्कड़ ने कहा कि बुड्ढे नाले में गंदा पानी दूसरी इंडस्ट्रियों व नगर निगम द्वारा गिराया जाता है। लेकिन हर बार इसकी गाज डाइंग इंडस्ट्री पर गिरा दी जाती है। जबकि डाइंग इंडस्ट्री के सीईटीपी प्लांट के सैंपल भी पास हुए थे। अशोक मक्कड़ ने कहा कि डाइंग सेक्टर के व्यापारियों द्वारा विधायकों, डीसी व बुड्ढा दरिया की कमेटी के सदस्यों के साथ मीटिंग की गई थी। जिसमें पहले ही कहा था कि वह अपने यूनिट कुछ दिन के लिए बंद कर देते हैं और दरिया के सैंपल दोबारा लिए जाए। ताकि सच सामने आ सके कि आखिर पानी डाइंग इंडस्ट्रियां गिराती है या दूसरी इंडस्ट्रियां। इसी के चलते उन्होंने प्रशासन का साथ देते हुए दो दिन डाइंग यूनिट बंद करने का ऐलान किया है।