चर्चाओं में आप उम्मीदवार अरोड़ा, इस उप चुनाव में जो वोटर्स नहीं, वो भी उनसे मिलने को उत्सुक
लुधियाना, 14 जून। माना जाता है कि उद्योग-जगत में ब्रांडिंग की खास अहमियत होती है। हालांकि ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है कि लुधियाना वैस्ट विधानसभा हल्के के उप चुनाव में भी ‘ब्रांडिंग’ खूब चर्चा में है। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद इस उप चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार हैं। खुद उद्योग-जगत में खास पहचान रखने वाले अरोड़ा की सियासत में भी ब्रांडिंग हो चुकी है।
राज्यसभा सांसद रहते अरोड़ा ने अपने कार्यकाल में लगातार विकास कार्यों पर फोकस करते हुए अलग इमेज बनाई थी। वह लगातार अपना रिपोर्ट-कार्ड भी पेश करते रहे। इस उप चुनाव में आप उम्मीदवार बनकर अरोड़ा सक्रिय राजनीति में उतरे तो एकबारगी आम लोगों को ही नहीं, उद्यमियों को भी आशंका थी कि वह आखिर क्या करेंगे ? हालांकि महज तीन महीने में प्रचार अभियान के दौरान उन्होंने इस शिद्दत से काम किया कि उनकी अलग ही ‘ब्रांडिंग’ हो गई।
चर्चाओं के मुताबिक तमाम ऐसे लोग भी आप उम्मीदवार अरोड़ा को देखने और उनसे मिलने को उत्सुक हैं, जो लुधियाना वैस्ट के वोटर्स भी नहीं हैं। यहां काबिलेजिक्र है कि लुधियाना वैस्ट हल्के में करीब 1.75 लाख वोटर्स हैं। अमूमन चुनाव प्रचार के दौरान प्रमुख उम्मीदवार भी इतने वोटरों से सीधे संपर्क नहीं साध सकते हैं। हालांकि आप ने सबसे पहले उम्मीदवार का ऐलान किया था, लिहाजा अरोड़ा को उसका सीधे तौर पर सियासी-फायदा मिला। सियासी-जानकारों की मानें तो आप उम्मीदवार संजीव अरोड़ा दूसरी पार्टियों के स्टार प्रचारकों से भी ज्यादा पहचान बनाने में कामयाब रहे। नतीजतन वोटरों के दिमाग में उनकी खास पहचान बन चुकी है। जानकारों को लगता है कि अपनी अलग किस्म की इमेज का फायदा इस उप चुनाव में अरोड़ा को मिलेगा।
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