बड़ी लकीर खींचने को बीजेपी कोई सेलिब्रेटी-चेहरा उतार सकती है चुनावी मैदान में
लुधियाना 1 अप्रैल। पंजाब की औद्योगिक-नगरी लुधियाना सूबे का राजनीति का केंद्र भी मानी जाती है। लुधियाना वैस्ट विधानसभा हल्के में उप चुनाव के चलते एक बार यह ‘हॉट-सीट’ बन चुकी है। इस हल्के से आम आदमी पार्टी के विधायक गुरप्रीत गोगी के निधन के बाद उप चुनाव होने वाले हैं। लिहाजा सबसे पहले आप ने अपने राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को यहां से उम्मीदवार घोषित कर बढ़त हासिल की। वह क्रिकेट के 20-20 मैच की तर्ज पर कंपेन-पिच पर धुआंदार बैटिंग करने में जुट गए थे। ऐसे में लोगों को लगा कि यह सियासी-मैच एकतरफा ही होगा। इसी बीच अचानक कांग्रेस की तरफ अघोषित-उम्मीदवार व सूबे के पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु मैदान में उतरे और बॉलिंग शुरु कर सत्ताधारी टीम पर बाउंसर फेंकने शुरु कर दिए। लिहाजा दर्शक बने वोटरों ने कहना शुरु कर दिया कि यह आप व कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। अब एकाएक टीम बीजेपी भी मैदान में उतरने की तैयारी करने लगी। भले ही उसके खिलाड़ी फिलहाल दर्शकों की भूमिका में है यानि भाजपा ने अभी उम्मीदवार घोषित करने के मामले में चुप्पी साध रखी है।
आप के बाद प्रमुख विपक्ष कांग्रेस के तेवर देख बीजेपी चौकस :
सियासी-जानकारों की मानें तो भाजपा के जिला व प्रांतीय नेतृत्व ने लुधियाना वैस्ट सीट के चुनाव में जोरदारी से कूदने का मन बन लिया है। उन्होंने बाकायदा मुद्दा भी तैयार कर लिया कि उनके पदाधिकारियों-वर्करों को सूबे की सत्ताधारी पार्टी आप के नेता अपने साथ लाने को धमका रहे हैं। यह गंभीर इलजाम लगा उन्होंने जिला प्रशासन को भी लपेटे में ले लिया। इतना ही नहीं, बाकायदा इस मुद्दे पर मंगलवार को बीजेपी ने पुलिस कमिश्नर दफ्तर पर धरना-प्रदर्शन कर अपने तीखे तेवर दिखाए। इस दौरान बीजेपी नेताओं-वर्करों की पुलिस से भिड़ंत भी हुई।
बीजेपी ने दावे तो बड़े किए, विपक्ष ने सवाल खड़े किए :
मंगलवार को बीजेपी के सीपी दफ्तर पर धरने प्रदर्शन को लेकर सवालिया निशान भी लगे। चर्चा रही कि विपक्षी ही नहीं, भाजपा के नेता-कार्यकर्ता भी चुटकी लेते नजर आए। उनका कहना था कि बीजेपी के लुधियाना में 25 मंडल हैं और इस धरने में हर मंडल से सौ-सौ वर्कर लेकर आने का फरमान जारी किया गया था। जबकि मौके पर 250-300 वर्कर ही पहुंचे, जिनमें सारे कौंसलर और मंडल के ओहदेदार तक नहीं थे।
जिनके तेवर तीखे वो रह गए पीछे, सारे फोटो-शूट वाले आगे दिखे :
बीजेपी वर्करों को कथित-तौर पर प्रशासन के जरिए धमकाकर आप में शामिल करने का दबाव बनाने के मुद्दे पर रोष प्रदर्शन अब चर्चा में है। दरअसल इसे मुद्दे बनाने के लिए बीजेपी के प्रांतीय कोषाध्यक्ष गुरदेव शर्मा देबी ने उग्र तेवर दिखाते वर्करों की कई मीटिंग कर सीपी दफ्तर घेरने का ऐलान किया था। मंगलवार को धरने-प्रदर्शन के दौरान देबी, जैसे नेता पुलिस से भिड़ते नजर आए या धरने पर डटे दिखे। इनमें पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर प्रवीण बांसल और वरिष्ठ नेत्री राशि अग्रवाल ने मोर्चा संभाला। तस्वीर का दूसरा पहलू, जब प्रदर्शनकारी वर्करों को संबोधित किया गया तो कई ऐसे नेता फोटो-शूट में नंबर बना गए, जो बड़े ओहदेदार या लुधियाना वैस्ट सीट से टिकट के दावेदार तो हैं, मगर ग्रास-रुट पर वर्करों से उनका सीधा संबंध नहीं है।
आप सुप्रीमो-सीएम शहर में, बीजेपी मोर्चे पर, सियासी-रंग तो जमा लिया :
मंगलवार को जब बीजेपी ने आप सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सीपी दफ्तर पर धरना लगाया तो पुलिस-प्रशासन तनाव में दिखा। दरअसल मीडिया कर्मी भी बड़ी तादाद में वहां पहुंचे। हालांकि दूसरी तरफ आज ही आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और सीएम भगवंत मान भी महानगर में तीन दिवसीय दौर पर पहुंचे। ऐसे में जानकारों को मानना है कि बीजेपी वालों मैच 20-20 की तर्ज पर अचानक सियासी-मैदान में कूदकर रंग तो जमा लिया।
कांग्रेस दर्शकों में, नेता-वर्कर हताश !
बेशक, लुधियाना वैस्ट में उप चुनाव को लेकर पूर्व मंत्री आशु तो सक्रिय हो गए, लेकिन कांग्रेस का पार्टी नेतृत्व एक तरह से ‘गायब’ है। मंगलवार को बीजेपी ने तो सत्ताधारी आम आदमी पार्टी को अपने प्रदर्शन के जरिए घेरने का बखूबी प्रयास किया, लेकिन कांग्रेस के सियासी-खिलाड़ी दर्शकों की नजर आए। इसे लेकर पार्टी के आम वर्कर ही नहीं, नेता भी निराश हैं।
कांग्रेसी वर्कर छेड़े तो ईंट से ईंट बजा देंगे : तलवाड़
इस मुद्दे पर पूर्व विधायक व कांग्रेस जिला प्रधान संजय तलवाड़ ने तर्क दिया कि बीजेपी के प्रदर्शन का मुद्दा अलग है। कांग्रेस की ओर से अकेले आशु बतौर उम्मीदवार लुधियाना वैस्ट में प्रचार कर रहे हैं यानि पार्टी के नेता-वर्कर अघोषित रुप से उनको उम्मीदवार मान चुके हैं। बीजेपी में संशय की स्थिति है, लिहाजा वे सत्ताधारी पार्टी के टारगेट पर हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर किसी कांग्रेसी वर्कर को शासन-प्रशासन ने टारगेट किया तो कांग्रेस अपना असली आक्रमक रुप दिखा देगी।
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