इंस्टा, फेसबुक व यूट्युब रील्स का खुमार, ले रहा जान
लुधियाना 05 अप्रैल। आज की युवा पीढ़ी में रील्स बनाने का पागलपन इस कदर है कि वह रील के चक्कर में अपने रियल लाइफ की प्रवाह तक नहीं करते। अपनी जिंदगी दाव पर लगाकर रील्स बनाए जा रही हैं। वह भी सिर्फ चंद व्यू के लिए यह सब कुछ कर रहे हैं। ऐसे ही रील्स बनाते कई युवाओं को जान तक गंवानी पड़ गई। ऐसा ही एक मामला शुक्रवार को लुधियाना के कूमकलां के गांव झलन खुर्द का सामने आया है। जहां पर रील्स शूट करते हुए दो सगे भाई तालाब में डूब गए। जिस कारण उनकी मौत हो गई। मामले की सूचना मिलने पर थाना कूमकलां की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने गोताखोरों की मदद से लाशें बाहर निकाली। जिसके बाद उन्हें पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेजा गया। मृतक युवकों की पहचान गांव पंजेटा के रहने वाले मोहम्मद असदुल्लाह (17) और उसके छोटे भाई (12) मोहम्मद मंतुल्ला के रूप में हुई है।
नमाज पढ़कर घर लौट रहे थे दोनों
परिवार के मुताबिक दोनों सगे भाई हैं। असदुल्लाह अपने छोटे भाई मंतुल्ला को साथ लेकर शुक्रवार को घर से मस्जिद नमाज पढ़ने गया था। नमाज पढ़कर वे दोनों वापिस घर लौट रहे थे। इसी दौरान रास्ते में गांव झलन खुर्द में से निकलते तालाब पर दोनों रील शूट करने लग गए।
छोटे भाई को डूबते देख बड़ा भाई गया था बचाने
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि मंतुल्ला रील बनाने व फोटो क्लिक करने के लिए तालाब में चला गया। इस दौरान अचानक उसका पैर फिसल गया। जिस कारण वह डूबने लगा। उसने चिल्लाना शुरु किया। अपने भाई को बचाने के लिए असदुल्लाह ने भी तालाब में छलांग लगा दी। लेकिन दोनों को तैरना नहीं आता था। जिस कारण दोनों डूब गए। हालांकि लोग मौके पर पहुंचे। लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
गांव में झोपड़ी बनाकर रहता है परिवार
मृतकों की मां समीना खातून ने बताया कि उनके दोनों बेटे गांव के एक सरकारी स्कूल के छात्र थे। वे लोग पंजेटा गांव में झोपड़ी बनाकर रहते हैं। थाना कूमकलां के एसएचओ इंस्पेक्टर गुरप्रताप सिंह ने कहा कि सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने उन्हें बचाने के लिए गोताखोरों को लगाया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। पुलिस ने मृतकों की मां के बयान के बाद सीआरपीसी की धारा 174 के तहत कार्रवाई कर दी है।
युवा कभी सड़कों पर तो कभी नहरों पर बना रहे रील्स
युवाओं में आज कल खुद को रील्स के जरिए लोगों के सामने पेश करने का क्रेज इतना बढ़ गया है कि वह रील्स के चक्कर में किसी भी हद तक जा सकते हैं। लुधियाना में कभी युवा सड़कों पर नियम तोड़ते हुए, कभी नहरों तो कभी इमारतों की छतों पर रील्स बनाते आम देखें जा सकते हैं। लेकिन प्रशासन इन पर सख्ती नहीं कर रहा। वहीं एक्सपर्ट के मुताबिक माता पिता व अन्य पारिवारिक सदस्य अपने बच्चों को मोबाइल से दूर रखे। वहीं ज्यादा से ज्यादा समय बच्चों के गुजारे। जबकि सोशल मीडिया पर रील्स बनाने से रोके।
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