युवा सशक्तिकरण, राष्ट्र निर्माण और कौशल विकास पहलों में अग्रणी: ट्राइडेंट समूह

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तपा मंडी,16 जुलाई (मोहित,अक्षत) विश्व युवा कौशल दिवस (वर्ल्ड यूथ स्किल डे) के अवसर पर ट्राइडेंट ग्रुप ने युवाओं को उद्योग-प्रासंगिक कौशल से सशक्त बनाने के वैश्विक संकल्प के साथ अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है। वर्ष 2025 के थीम “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल कौशल के माध्यम से युवा सशक्तिकरण”, ट्राइडेंट ग्रुप के इस दृष्टिकोण के अनुरूप है, जिसमें ट्राइडेंट ग्रुप एक कुशल और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार योग्य बनाने और उनकी आजीविका में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए ट्राइडेंट ग्रुप ने ड्यूल सिस्टम ट्रेनिंग (डीएसटी) योजना के अंतर्गत सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) के साथ पांच समझौतों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इन समझौतों के तहत बरनाला स्थित ट्राइडेंट की इकाइयों में फिटर, इलेक्ट्रीशियन, सिलाई तकनीक तथा टेक्सटाइल वेट प्रोसेसिंग टेक्नीशियन जैसे उच्च मांग वाले ट्रेड्स में 100 विद्यार्थियों को छह माह का ऑन-द-जॉब प्रशिक्षण (ओजेटी) प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण अवधि के दौरान प्रत्येक प्रशिक्षु को ₹18,000 मासिक स्टाइपेंड भी दिया जाएगा।
टेक्सटाइल शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अग्रणी भूमिका को और आगे बढ़ाते हुए ट्राइडेंट ग्रुप भारत सरकार के नेशनल स्किल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (एन एस टी आई), लुधियाना के साथ मिलकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना करेगा, जिसका उद्देश्य टेक्सटाइल क्षेत्र में नवाचार, प्रशिक्षण और उत्कृष्टता का प्रमुख केंद्र बनना है। इस पहल के तहत ट्राइडेंट समूह के चेयरमैन एमेरिटस श्री राजिंदर गुप्ता को इंस्टिट्यूट मैनेजमेंट कमेटी (आई.एम्.सी) का चेयरमैन नियुक्त किया गया है।
इसके साथ ही, ट्राइडेंट ने पंजाब और हरियाणा के विभिन्न सरकारी आईटीआई संस्थानों से जुड़कर नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम (एन ऐ पी एस) के तहत ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग एवं अप्रेंटिसशिप कार्यक्रमों का भी विस्तार कर रहा है।
ट्राइडेंट ग्रुप युवाओं को डिजिटल युग में सफलता के लिए आवश्यक कौशल से सशक्त बनाने और शिक्षा व रोजगार के बीच की दुरी को कम करने के लिए एक माध्यम बनने के अपने संकल्प को फिर से दोहराता है।

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