आप विधायक डॉ.सोहल के निधन के बाद इस विधानसभा हल्के में होना है उप चुनाव, आप और बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती
पंजाब, 8 जुलाई। पंजाब और केंद्र की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी और बीजेपी के लिए नई राजनीतिक चुनौती पैदा हो गई है। खालिस्तान
समर्थक अमृतपाल सिंह जेल में रहते हुए खडूर साहिब से पिछला लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने थे। अब उनकी पार्टी अकाली दल वारिस पंजाब दे तरनतारन में होने वाले उप-चुनाव में अपना उम्मीदवार उतारेगी। इस विधानसभा सीट से आप विधायक डॉ.कश्मीर सिंह का गत दिनों निधन हो गया था।
जानकारी के मुताबिक अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान ऐलान किया कि तरनतारन सीट से उप चुनाव में वारिस पंजाब दे पार्टी का उम्मीदवार मैदान में उताराय जाएगा। यहां गौरतलब है कि अमृतपाल सिंह ने 2024 में लोकसभा चुनाव में खडूर साहिब से जीत हासिल की थी। तरनतारन सीट इसी लोकसभा सीट का हिस्सा है। तरसेम सिंह ने कहा कि अकाली दल
वारिस पंजाब दे ने पहले उप-चुनाव ना लड़ने का फैसला किया था। बीते जितने भी उप-चुनाव हुए, किसी में भी पार्टी ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा। अब यह इस सीट के खाली होने बाद अमृतपाल सिंह के समर्थकों और बुद्धिजीवियों ने इस सीट पर पार्टी का उम्मीदवार उतारने के लिए प्रेरित किया है। आने वाले दिनों में पार्टी उम्मीदवार का नाम घोषित किया जाएगा। यहां काबिलेजिक्र है कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल का केंद्र की बीजेपी सरकार के साथ ही पंजाब की आम आदमी पार्टी ने भारी विरोध किया था, लेकिन जेल में रहते हुए भी वह सांसद बन गए थे। ऐसे में अब तरनतारन सीट के उप चुनाव में अमृतपाल की पार्टी के उम्मीदवार को हरा पाना आप व बीजेपी के लिए बड़ी राजनीतिक-चुनौती साबित हो सकती है। दरअसल इन दोनों पार्टियों ने ही अमृतपाल का कड़ा विरोध किया ता।
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