आरोप, काला ने कमेटी के पूर्व प्रेसिडेंट सुनील मड़िया की कंपनी को ट्रांसफर किए 11.6 लाख, 22.82 कैश निकाला
—-
हिंदुस्तान टूल्स को दिए 6 लाख, 7.79 लाख की मिसलेनियस ट्रांसफर्स की
लुधियाना, 16 जून। चर्चित पूर्व पार्षद नरेंद्र शर्मा काला न्यू हाईस्कूल में हुए 2400 करोड़ के घोटाले में शामिल ना होने के दावे कर रहे हैं। जबकि हकीकत में स्कूल की मैनेजमेंट कमेटी में उनके पदाधिकारी रहने के दौरान ही फंड में बड़ा हेरफेर किया गया था।
इसे लेकर न्यू हाईस्कूल एलुमनी एसोसिएशन के प्रधान राजेश गर्ग ने आरोप लगाया कि काला के कार्यकाल के दौरान स्कूल के दो बैंक खातों से कई इललीगल ट्रांजेक्शन की गई। जिसमें स्कूल फंड से कमेटी के पूर्व प्रेसिडेंट सुनील मड़िया की कंपनी नॉर्थ लिंक फिजिकल एंड कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड को करीब 11.6 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए थे। इसके अलावा हिंदुस्तान टूल्स नामक कंपनी को 6 लाख रुपए ट्रांसफर हुए। वहीं 22.82 लाख कैश निकाला गया। जिसे कहा खर्च किया, कुछ पता नहीं। वहीं इसके अलावा 7.79 लाख की 72 मिसलेनियस ट्रांजेक्शन है। जिसका कोई हिसाब ही नहीं है। हालांकि यह ट्रांजेक्शन अभी स्कूल के दो खातों ही सामने आई हैं। लेकिन इनसे भी साफ जाहिर है कि स्कूल के फंड को सुनील मडिया व कमेटी के अन्य मेंबरों द्वारा अपने निजी कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता था।
गर्ग के अनुसार यह ट्रांजेक्शन 2005 से लेकर 2016 के बीच की है। इस समय के दौरान काला 2024 तक कमेटी में शामिल रहे। उसी दौरान एसबीआई बैंक दंडी स्वामी ब्रांच से 2016 में हिंदुस्तान टूल्स को 6 लाख, सुनील मड़िया की कंपनी नॉर्थ लिंक फिजिकल एंड कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड को करीब 5.53 लाख, कैश 13.46 लाख निकाला गया। इसके अलावा 7.79 लाख की मिसलेनियस ट्रांजेक्शन हुई। यह ट्रांजेक्शन 2005 से लेकर 2006 तक की गई। इसके अलावा यूको बैंक दंडी स्वामी ब्रांच से सुनील मडिया की कंपनी नॉर्थ लिंक फिजिकल कंपनी को जुलाई 2016 से नवंबर 2016 तक 5.53 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए। जबकि जुलाई 2016 से दिसंबर 2016 तक 9.36 लाख रुपए कैश निकाला गया। जिसका कोई हिसाब नहीं है।
गर्ग के अनुसार काला 2012 से लेकर 2024 तक ज्वाइंट फाइनेंस सेक्रेटरी से लेकर वाइस प्रेसिडेंट रहे। जबकि इस दौरान सुनील मड़िया व उनका बेटा सनी मड़िया क्रमवार प्रधान रहे। हैरानी की बात तो यह है कि अहम पद पर होने के बावजूद काला की नाक तले फंड का मिसयूज होता रहा। मान लें कि उनका इसमें कोई लेनदेन नहीं है, फिर उनके सामने यह घोटाले होते रहे और उन्होंने इसका विरोध तक नीं कियाष गर्ग के अनुसार अभी स्कूल के दो बैंक खातों की डिटेल सामने आई है, बैंक के 4 से 5 खाते और भी है। अगर उनकी डिटेल सामने आती है तो फंड का बड़ा मिसयूज घोटाला सामने आने के संकेत हैं। स्कूल के पैन कार्ड व कमेटी के सभी पुराने व मौजूदा मेंबरों के पैन कार्ड लेकर पुलिस व विजिलेंस को इसकी जांच करनी चाहिए, जिससे पूरा सच सामने आ जाएगा।
———–