चंडीगढ/यूटर्न/19 अगस्त: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त को एक महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले में पूरे देश में गुस्सा है। इस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कार्रवाई की जानकारी देने के लिए राज्य के विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों की एक आपात बैठक बुलाई है। राज्यपाल का यह कदम पूर्व क्रिकेटर और आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सदस्य हरभजन सिंह द्वारा लिखे गए एक खुले पत्र के बाद आया है। राजभवन, कोलकाता ने एक्स पर पोस्ट किया कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई दुखद घटना पर हरभजन सिंह के पत्र पर माननीय राज्यपाल ने तुरंत एक्शन लिया है। राज्यपाल ने इस मामले में की गई कार्रवाई से अवगत कराने और इस संबंध में उनकी राय जानने के लिए बंगाल के विभिन्न वर्गों के लोगों की एक आपात बैठक बुलाई है। पोस्ट में आगे कहा गया है कि राज्यपाल हरभजन सिंह को की गई और की जाने वाली कार्रवाई के बारे में बताएंगे। राज्यपाल ने पूरे भारत के नागरिक समाज के साथ एकजुटता व्यक्त की जिन्होंने इस भयानक घटना और मामले में सरकार की स्पष्ट निष्क्रियता पर गहरी चिंता व्यक्त की है। इस घटना पर पश्चिम बंगाल की मुखयमंत्री ममता बनर्जी और सीवी आनंद बोस पत्र लिख हरभजन सिंह ने न्याय में देरी पर गहरा दुख व्यक्त किया था। उन्होंने लिखा कि इस घटना ने हम सभी को झकझोर कर रख दिया है। महिलाओं की सुरक्षा और समान से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। दोषियों को कानून का पूरा दंड मिलना चाहिए और सजा कड़ी से कड़ी होनी चाहिए। तभी हम अपने सिस्टम में विश्वास बहाल करना शुरू कर सकते हैं और यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि ऐसी त्रासदी फिर कभी न हो और हम एक ऐसा समाज बनाएं जहां हर महिला सुरक्षित और संरक्षित महसूस करे। मुझे लगता है कि कार्रवाई का समय अब आ गया है।
हरभजन सिंह ने जताई चिंता
उन्होंने यह भी बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों से महिलाओं के खिलाफ अपराधों की घटनाएं सामने आती रहती हैं और अखबारों और टीवी कार्यक्रमों में नियमित कॉलम बन गई हैं। हरभजन सिंह ने कहा कि सरकारों को भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए व्यापक उपाय लागू करने चाहिए। उन्होंने कहा कि इसमें अस्पतालों के भीतर सुरक्षा प्रोटोकॉल को मजबूत करना, हिंसा पीडि़तों को पर्याप्त सहायता प्रदान करना और सभी स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों के लिए एक सुरक्षित कार्य वातावरण बनाना शामिल है। क्रिकेटर से नेता बने हरभजन सिंह ने उन प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का भी समर्थन किया जो सुरक्षित कार्य वातावरण की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं। उन्होंने लिखा कि चिकित्सा समुदाय पहले से ही चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में काम कर रहा है। ऐसी घटनाओं के साथ, हम उनसे कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि वे समर्पण के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करें जब उनकी अपनी सुरक्षा इतनी बुरी तरह से खतरे में है?
—————
