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दयनीय दौर से गुजर रही है पत्रकारिता !

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सन प्रशासन और मीडिया संस्थान निष्पक्ष पत्रकारिता की छवि बचाने की करें पहल

 

राहुल मिश्रा संवाददाता

मिश्रिख सीतापुर 23 April : एक तरफ देश और प्रदेश का शासन और विभिन्न पत्रकार संगठन जहां निष्पक्ष पत्रकारिता की हिमायत करते हैं वही सीतापुर जनपद के मिश्रित तहसील मुख्यालय पर पत्रकारिता दयनीय दौर से गुजर रही है बल्कि कहना ग़लत न होगा कि इस तहसील की पत्रकारिता जिले में ही नहीं बल्कि प्रदेश स्तर तक पर बदनाम पत्रकारिता में अपनी पहचान बना चुकी है, कहना ग़लत न होगा कि मिश्रित की पत्रकारिता पूरी तरह सन्देह के कटघरे में खड़ी होकर निष्पक्ष पत्रकारिता पर कालिख लगाने में नहीं चूक रही है जिसकी तरफ से शासन और प्रशासन के जिम्मेदार पूरी तरह से उदासीन बने हुये हैं मजेदार गौरतलब बात तो यह है कि विभिन्न समाचार पत्रों, चैनलों, पोर्टलो के संवाददाता तो मिश्रित क्षेत्र मे अलग-अलग कार्यरत हैं जिनमें से अधिकांश ऐसे हैं जिनको विभिन्न प्रकार के समाचारों की लेखन विधा का ज्ञान ही नहीं है और न हीं वे समाचार लेखन कर पाते हैं फिर भी विडम्बना की बात यह है कि समाचार पत्रों, चैनलो, पोर्टलो के जिला प्रमुखों ने इनमें पता नहीं कौन सी खूबी देखकर उन्हें बना दिया है संवाददाता और जारी करा दिया है,आईडी कार्ड, कहना गलत न होगा कि शायद यह बात विभिन्न संस्थानों के सम्पादकों को पता भी नहीं होगी इतना ही नहीं आपको यह भी बताते चलें कि मिश्रित तहसील क्षेत्र में ऐसे कई कथित पत्रकार सक्रिय है जो खुले आम ब्लॉक प्रांगण में सुबह से शाम तक बैठकर यहां आने वाले ग्राम प्रधानों के साथ ही यहां के अधिकारियों कर्मचारियों और विभिन्न प्रकार की समस्याओं से प्रभावित होकर आने वाले लोगों से अखबार में खबर छपवाने तथा चैनलो पोर्टलों पर उसे चलाने के नाम पर खुलेआम उनसे करते हैं धन दोहन का कार्य। गौरतलब यह भी है कि यहां तहसील मुख्यालय पर सक्रिय एवं अपने को बहुत बड़ा पत्रकार बताने वाले एक-दो मठाधीश समाचार छपवाने की पहल करने वाले जरूरतमंदों और पीड़ितों से खुले आम पूछते है कि कितने अखबारों में छपवाओगे और चैनलों- पोर्टलों पर चलवाओगे खबर शायद इसी आधार पर इन मठाधीशों द्वारा की जाती है अवैध वसूली। मिश्रित तहसील क्षेत्र की पत्रकारिता में अहम बात तो यह भी है कि मिश्रित में कुछ के लिये पत्रकारिता और अवैध कमाई का माध्यम है यहां का विकासखंड कार्यालय जो कार्य दिवस में दिन के 10 बजते ही यहां पहुंच जाते हैं और सारा दिन परिसर में गेट के बाहर स्थित प्रेरणा कैंटीन के साथ ही कई ग्राम पंचायत सचिवों के कार्यालय और ब्लाक प्रमुख कार्यालय के सामने बैठकर आने वाले प्रधानों आदि को दिखाते हैं पत्रकारिता का रौब तथा शराब पिलाने और चाय नाश्ता कराने पान पुड़िया खिलाने के नाम पर करते हैं प्रधानों आदि से धन दोहन, ब्लॉक कार्यालय में रोजाना कितने पत्रकार उक्त कार्य के लिये ब्लॉक में सुबह से शाम तक लगाते हैं हाजिरी इस बात का प्रमाण यहां लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को देखकर सहज ही प्राप्त किया जा सकता है, जिसकी तरफ जिला प्रशासन के साथ ही प्रेस कौन्सिल आफ इण्डिया के साथ ही विभिन्न मीडिया संस्थानों के प्रमुखो को प्रभावी कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि मिश्रित तहसील क्षेत्र में निष्पक्ष पत्रकारिता की छवि धूमिल एवम् कलंकित होने से बच सके।

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