बाहर से ज्वेलर की दुकान, अंदर से जुए का मैदान

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

बदनाम मोहल्लों में शुमार जनकपुरी इलाके की क्या बदल सकेगा साख

राजदीप सिंह सैनी
लुधियाना   6 अप्रैल। कभी व्यापारिक मंडी माने जाते और नामी लोगों की रिहायश का इलाका कहे जाते वार्ड 30 में पड़ते जनकपुरी को आज सट्‌टेबाजों और जुआरियों की और से पूरी तरह बदनाम कर दिया गया है। हालात यह हैं कि अब वहां पर अच्छे घरों के लोग रहना तक पसंद नहीं करते, सट्‌टेबाजों के कारण बदनाम हुए इस मोहल्ले में लोग घर छोड़कर दूसरे इलाकों में भी शिफ्ट होने लग गए हैं। वहीं अब सट्‌टेबाजी का एक ताजा मामला सामने आया है। जिसमें एक युवक द्वारा जनकपुरी के मशहूर  पन्ना ज्वेलर्स पर सट्‌टा लगवाने और लोगों का ब्रेनवॉश कर उनसे लाखों रुपए हड़पने के आरोप लगाए हैं। युवक मोहम्मद जरार का आरोप है कि बाहर से देखने में तो दुकान ज्वेलरी की लगती है, लेकिन अंदर सरेआम जुआ खेला जाता है। युवक अनुसार इस सट्‌टेबाजी के धंधे में राजू, सोनू, जग्गू और उनके पिता बसंत राम व निक्की शामिल है। जिनकी और से मिलकर उससे सट्‌टे की आड़ में 37 लाख रुपए की ठगी मार ली है। हालांकि मोहम्मद जरार ने इस संबंध में पुलिस कमिश्नर को शिकायत दी गई है। साथ ही सबूत भी दिए हैं। जरार का आरोप है कि कई जूस, सब्जी व करियाने की दुकानों में यह जुआ चल रहा है।

2009 से चल रहा जुए का कारोबार
मोहम्मद जरार ने आरोप लगाए कि पन्ना ज्वेलर्स के यहां 2009 से जुआ खेला जा रहा है। वह सबसे पहले 2009 में जुआ खेलने आया था। जिसके बाद लगातार 2013 तक जुआ खेला। फिर उसने कुछ समय वहां आना बंद कर दिया। लेकिन बाद में उसे पन्ना ज्वेलर्स के मालिक सोनू, जग्गू व राजू मिले। वह तीनों उसे जबरन अपनी दुकान पर ले गए।

ब्रेनवॉश करके लूटते हैं पैसे
मोहम्मद जरार का आरोप है कि राजू, सोनू, जग्गू और बसंत राम की और से उसे अपनी दुकान पर बुलाकर ब्रेनवॉश किया गया। जिसके बाद उसे अपने झांसे में फंसाकर अलग अलग तारीखों को सट्‌टे की आड़ में पैसे लेते रहे। इसी तरह करके उससे 37 लाख रुपए की ठगी मार ली गई। उसका आरोप है कि उसने पूरी पेमेंट गुगल-पे और पेटीएम के जरिए की थी। जिसके चलते उसके पास सभी सबूत है। वहीं पन्ना ज्वेलर्स द्वारा हाथ से लिखकर सट्‌टे की दी पर्चियां भी उसके पास है।

16 साल से चल रहा सट्‌टा, नेता झूठे या फिर लोग
मोहम्मद जरार ने आरोप लगाया कि यह सट्‌टेबाजी का धंधा 16 साल से चल रहा है। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि इतने सालों में जनकपुरी एरिया के कई पार्षद, विधायक और सांसद रहे। लेकिन हर राजनेता द्वारा मोहल्ला में कोई भी अवैध गतिविधि न होने के दावे किए जाते रहे। लेकिन अब सट्‌टेबाजी का यह खुलासा होने के बाद यह तय करना मुश्किल है कि राजनेता झूठ बोल रहे है या फिर जनता। वहीं चर्चा यह भी है कि राजनेताओं की छत्रछाया में ही यह सट्‌टेबाजी व जुए के धंधे जनकपुरी में चलते हैं।

नशे पर लगाम लगाने जीतने जरुरी जुए पर रोक लगाना
पंजाब सरकार द्वारा नशे के लिए खिलाफ तो जमकर कार्रवाई की जा रही है। लेकिन बता दें कि जुए पर रोक लगाना भी उतना ही जरुरी है। क्योंकि मोहम्मद जरार जैसे कई लोग लाखों रुपए जुए में हार रहे हैं। एक आम परिवार के लिए यह बहुत बड़ी रकम है। वैसे भी देखा जाए तो किसी व्यक्ति की मौत पर सरकार द्वारा 2 से 10 लाख रुपए तक परिवार को मुआवजा दे दिया जाता है। ऐसे में जरार जैसे लोग 37 लाख रुपए जुए में गंवा चुके हैं, तो एक आम परिवार के लिए यह रकम कोई छोटी रकम नहीं है।

35 साल से चल रहा मिनी कसीनो पकड़ा था
जनकपुरी में सट्‌टेबाजी का यह पहला मामला नहीं है। करीब एक साल पहले पुलिस ने 35 सालों से चल रहे मिनी कसीनों पर भी रेड की थी। जहां से 9 लोगों को पकड़ा था। तब इलाके के लोगों ने दबी जुबान में कहा था कि जिस जगह सट्‌टा खिलाया जा रहा था और रेड हुई यहां पहले भी कई बार रेड हो चुकी है, लेकिन सट्‌टा इस जगह पर इसी तरह चलता रहता है। पुलिस की कार्रवाई खानापूर्ति ही साबित होती है।
घरों व दुकानों में बना रखे चोर रास्ते
जरार का आरोप है कि अब पन्ना ज्वेलर्स की और से एक करियाने की दुकान में सट्‌टा लगवाया जा रहा है। वहीं चर्चा है कि इलाके में कई मकानों में भी सट्‌टा चलता है। ग्राहकों को मकान के अंदर भेज कर बाहर से ताला लगा दिया जाता है, ताकि दिखने में ऐसे लगे कि मकान बंद है। जनकपुरी के मेन बाजार में दड्‌डे सट्‌टे के कई बड़े मगरमच्छ अभी बैठे हैं। जिन्होंने किराए पर गलियों में मकान ले रखे हैं और उन मकानों में कई ऐसे चोर रास्ते बना रखे हैं कि जब पुलिस की रेड हो तो आसानी से वह फरार हो सकें।

तीन साल पहले 22 लोग किए थे गिरफ्तार

वहीं जनकपुरी में तीन साल पहले भी पुलिस ने जनकपुरी की गलियों में रेड की थी। वहीं पुलिस को एक घर में मिनी कैसीनों बनाकर जुआ खेलाने का पता चला था। पुलिस ने वहां रेड करके 22 लोगों को दबोचा था, जिनसे कैश भी बरामद हुआ था। इस दड्‌डा सट्‌टा चलाने वाला मुख्य आरोपी परमजीत पम्मी बताया गया था।

मोहम्मद जरार एक ब्लैकमेलर है
वहीं पन्ना ज्वेलर्स के मालिक सोनू का कहना है कि मोहम्मद जरार एक ब्लैकमेलर है। जिसकी और से पहले भी कई लोगों पर झूठे आरोप लगाकर पैसे लिए गए हैं। सोनू का कहना है कि वे जल्द जरार के खिलाफ सबूत पुलिस के सामने पेश करेगें। उन्होंने कहा कि जरार द्वारा लगाए आरोप गलत हैं।

पन्ना ज्वेलर्स ने कई घर बर्बाद किए, कई अफसरों के नाम आएंगे सामने
भाजपा के सीनियर नेता गुरदेव शर्मा देबा ने कहा कि यह सट्‌टेबाजी का धंधा आज से नहीं बल्कि लंबे समय से चला आ रहा है। इसकी कई बार शिकायतें आई और प्रशासन को शिकायत की भी गई। लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ। क्योंकि इस सट्‌टेबाजी के खेल में कई राजनेता व पुलिस अफसर शामिल हैं। पन्ना ज्वेलर्स ने कई घर बर्बाद किए हैं। मगर गरीब की न पहले सुनवाई हुई और न ही अब होगी। सीएम भगवंत मान इस मामले की जांच दूसरे जिले की पुलिस से करवाए। जिसमें कई राजनेताओं, सरकारी अधिकारियों और पुलिस अफसरों के नाम सामने आ जाएंगे।

मुझे इसकी जानकारी नहीं
वहीं मामले संबंधी हलके के पूर्व विधायक सुरिंदर डावर से बात की गई तो उनका कहना था कि यह सट्‌टेबाजी का धंधा उनके कार्यकाल में नहीं चल रहा था। वे पिछले तीन साल से सत्ता में नहीं है। इस संबंधी मौजूदा विधायक ही बता सकते हैं।

उच्च कार्रवाई करवाई जाएगी
मौजूदा विधायक अशोर पराशर पप्पी के बेटे विकास पराशर का कहना है कि उन्हें अभी मामले की जानकारी मिली है। मामले को विधायक के ध्यान में लाया जाएगा। उनकी तरफ से मामले में उच्च कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों को कहा जाएगा। इसमें किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं मामले संबंधी सीपी स्वपन शर्मा से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।

Leave a Comment

राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की वित्तायुक्त एवं गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ सुमिता मिश्रा ने सभी उपायुक्तों के साथ की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पासपोर्ट कार्यालय की तर्ज पर हाईटेक होंगे रजिस्ट्री कार्यालय चंडीगढ़, 8 अप्रैल- हरियाणा की राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की वित्त आयुक्त गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ सुमिता मिश्रा ने प्रदेश के सभी उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी द्वारा विभाग से संबंधित बजट अभिभाषण में की गई घोषणाओं पर ततपरता से कार्य करें और हर 15 दिन में अपने स्तर पर समीक्षा बैठक कर मुख्यालय को रिपोर्ट भेजें। डॉ. मिश्रा आज चंडीगढ़ में प्रदेश के सभी उपायुक्तों के साथ वीडियो कॉन्फरेंसिंग के माध्यम से बैठक कर रही थीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य के भू रिकॉर्ड के अपडेशन का कार्य अगस्त, 2025 तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वे स्वयं हर 15 दिन में प्रदेश के सभी उपायुक्तों के साथ वर्चुअल माध्यम से समीक्षा बैठक करेंगी। विभाग के रजिस्ट्री कार्यालयों को पासपोर्ट कार्यालयों की तर्ज पर हाईटेक किया जायेगा। उन्होंने कहा कि भूमि की पैमाइश अब जरीब की बजाय रोबोट के माध्यम से की जाएगी, इसकी घोषणा भी बजट में की गई है। सभी उपायुक्त बजट घोषणाओं को पूरा करने के लिए एक टास्क फोर्स गठित करें। मुख्यमंत्री द्वारा उपमंडल, तहसील व उप तहसीलों के नए भवन बनाने के लिए की गई मुख्यमंत्री की घोषणाओं पर तत्काल कार्यवाही की जानी चाहिए। डॉ. मिश्रा ने कहा कि दीक्षित कमेटी द्वारा की गई सिफारिशों के आधार पर उत्तर प्रदेश व हरियाणा सीमा पर पिलर लगाने के लिए कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि उपायुक्तों को ऐसी ज़मीन या संपत्ति जो सरकार के स्वामित्व में हो, लेकिन इसे सीधे राज्य संपत्ति के तौर पर प्रशासित न किया जाए, बल्कि पट्टे या लाइसेंस पर दी जाए। उन्होंने नजूल भूमि का स्वामित्व सरकार के पास होता है, लेकिन इसका इस्तेमाल आम तौर पर पट्टे या लाइसेंस के माध्यम से किया जाता है, की भी जानकारी मांगी। उन्होंने बैठक में निर्देश दिए कि रबी फसल वर्ष 2025 के दौरान प्रदेश के 15 जिलों में ओलावृष्टि से हुए नुकसान पर क्षतिपूर्ति पोर्टल पर मुआवजे की जानकारी 15 अप्रैल, 2025 तक अपलोड की जाए। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी से बचाव एवं हीट वेव के बचाव के तहत जो सावधानियां बरती जा सकती है, उस बारे प्रचार-प्रसार के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाए।