रघुनंदन पराशर जैतो पंजाब
जैतो,23 मई : लोकसभा चुनाव को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के नाराज वरिष्ठ नेता अपनी पार्टी छोड़ कर दूसरी पार्टियों में शामिल हो रहे हैं।पंजाब में विरोधी पार्टियों के नेताओं का भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करने का सिलसिला जारी है। आज गुरुवार को कांग्रेस पार्टी को उस समय बड़ा झटका लगा जब कांग्रेस के पूर्व विधायक हरमिंदर सिंह जस्सी भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल करवाया। कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक हरमिंदर सिंह जस्सी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के अति नजदीकी रिश्तेदार हैं। वह आज राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम के तहत उन्होंने भाजपा ज्वाइन की।भाजपा में शामिल होने के बाद हरमिंदर सिंह जस्सी ने मीडिया से बात की और केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी ज्वाइन करने की वजह बताई। हरमिंदर सिंह ने कहा, ”प्रधानमंत्री की नीतियों से प्रेरणा लेकर आया हूं, उन्होंने दुनिया में भारत का नाम ऊंचा किया। प्रधानमंत्री ने जो दुनिया में छवि बनाई हैं उससे बहुत प्रभावित हूं.”
जस्सी पंजाब के तलवंडी साबो से विधायक रहे हैं।उन्होंने 2022 में निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया था और कहा था कि नामांकन से पहले कांग्रेस छोड़ने का एलान किया था।जस्सी डेरा सच्चा सौदा चीफ गुरमीत राम रहीम के करीबी माने जाते हैं. वह दो बार तलवंडी साबो और एक बार बठिंडा शहरी सीट से विधायक रहे हैं।2017 में विधानसभा चुनाव हार जाने के बाद वह 2022 में तलवंडी से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन कांग्रेस ने उनकी जगह किसी और को टिकट दे दिया था. जस्सी इस बात से नाराज थे और इसलिए निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया था. नाराजगी जाहिर करते हुए जस्सी ने कहा था कि जिन्होंने चुनाव से ठीक पहले पार्टी ज्वाइन की उन्हें टिकट दे दिया गया और उनकी अनदेखी की गई. हरमिंदर सिंह जस्सी पंजाब में मंत्री भी रह चुके हैं।हरमिंदर सिंह जस्सी के बीजेपी ज्वाइन करने से बठिंडा में पार्टी की ताकत बढ़ने के आसार जताए जा रहे हैं. पंजाब में लोकसभा की 13 सीटें हैं जहां 1 जून को आखिरी चरण के तहत मतदान कराया जाएगा. इनमें बठिंडा सीट भी शामिल है. जहां से बीजेपी ने परमपाल कौर सिद्धू को मैदान में उतारा है।