भाकियू-एकता डकौंदा के नेता और कार्यकर्ता पहुंचे एसडीएम दफ्तर
जगरांव 5 नवंबर। धान की खरीद धीमी होने से खफा किसानों ने यहां रोष प्रदर्शन किया। भाकियू-एकता डकौंदा की अगुवाई में यूनियन के नेता और कार्यकर्ता एसडीएम दफ्तर पहुंचे और मांगपत्र सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल की ओर से एसडीएम को सौंपे गए मांग पत्र में कहा पंजाब सरकार के दावों के बावजूद अनाज मंडियों में धान की खरीद बेहद धीमी गति से चल रही है। किसान नेताओं ने कहा कि मंडियो में पड़ी धान की बोरियो के पहाड़ बने हुए है उन्हें खत्म करने की जगह उल्टा बाहरी मंडियों से आ रहे धान को लोकल शैलरों में लगवाया जा रहा है। इतना ही नहीं शैलर लोकल मंडियो से धान उठाने के बदले में एक ट्रक के पीछे दस बोरी धान काट रहे हैं।
गौरतलब है कि किसानों का गुस्सा उस समय और भड़का, जब किसान नेताओं ने कहा कि मार्केट कमेटी का मापक यंत्र धान का माउश्वर 17 पर नापता है। जबकि शैलर मालिकों का मापक यंत्र 17 से ज्यादा निकाल रहा है। इससे किसानों को चूना लगाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि शैलर मालिक अपने मुनाफे और लूट के लिए किसानों और मजदूरों को परेशान कर रहे हैं। किसानों ने साफ कहा कि, अगर शैलर मालिक अपनी आदतों से बाज नहीं आए तो ऐसे शैलर मालिकों का घेराव किया जाएगा।
यूनियन के जिला सचिव इंदरजीत सिंह धालीवाल ने कहा कि जिला फूड विभाग के अधिकारियों को फोन कर चेतावनी दी गई थी कि बाहरी मंडियों से धान को स्थानीय शैलरों में लगवाने से रोका जाए। इस दौरान किसानों ने मांगपत्र में डीएपी की सप्लाई यकीनी बनाने की मांग करते कहा कि जब सरकार ने पराली लपेटने के लिए पूरी मशीनरी उपलब्ध नहीं कराई है, मुआवजे की कोई व्यवस्था नहीं की तो पराली जलाने के केस दर्ज करने बंद किए जाए। किसानों ने यह भी कहा कि अगर नगर कौंसिल ने कूडे़ के ढेर किसानों के खेतों में फेंके तो वह कौंसिल के आगे धरना देगे। यदि एक सप्ताह में समस्याएं हल ना हुईं तो 12 नवंबर को एसडीएम कार्यालय घेरा जाएगा। इस दौरान यूनियन के ब्लॉक अध्यक्ष तरसेम सिंह बसुवाल, रछपाल सिंह नवांदल्ला व अन्य नेता शामिल रहे।
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