चरणजीत सिंह चन्न
जगरांव 11 जून। पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन जसवीर सिंह गढ़ी ने डॉ. अंबेडकर भवन लुधियाना में पहुंचकर अनुसूचित जाति के लोगों की शिकायतें सुनीं और कुछ शिकायतों का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। कुछ शिकायतकर्ताओं और विरोध करने वाले अधिकारियों को चंडीगढ़ बुलाया गया है। इस अवसर पर डॉ. अंबेडकर भवन से जुड़े अंबेडकर कार्यकर्ता और सिविल व पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे। इस दौरान जहां जिले के अलग-अलग हिस्सों से पहुंचे बड़ी संख्या में पीड़ितों ने आयोग के समक्ष अपनी शिकायतें दर्ज करवाईं, वहीं पुराने लंबित मामलों को लेकर पहुंचे शिकायतकर्ताओं ने भी आयोग के समक्ष अपनी बात रखी और इंसाफ की मांग की। मीडिया से बातचीत करते जगराओं से पहुंचे पीड़ित इकबाल सिंह रसूलपुर ने बताया कि उनकी मां, बहन और जीजा को अवैध हिरासत में रखा गया है और उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। अत्याचारों के संबंध में सीआईडी और डीजीपी मानवाधिकार आयोग द्वारा भेजी गई जांच रिपोर्टों के अनुसार आयोग ने आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए थे, लेकिन स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने पहले तो आदेशों के अनुसार मामला दर्ज नहीं किया। फिर पीड़िता कुलवंत कौर की मौत के दूसरे दिन तत्कालीन एसएसपी राजबचन सिंह संधू ने मामला तो दर्ज कर लिया। लेकिन वह अधूरा था, यानी पीड़िता मनप्रीत कौर पर हुए अत्याचारों के बारे में विवरण मामले में दर्ज नहीं किया गया और न ही छुआछूत निवारण नियम 1995 संशोधित 2016 के तहत दर्ज मामले के पीड़ितों को पूरा मुआवजा दिया गया। शिकायतकर्ता के अनुसार चेयरमैन जसवीर सिंह गढ़ी ने मौके पर मौजूद सिविल और पुलिस अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने को कहा है।