राहुल मिश्रा संवाददाता
मिश्रिख सीसीतापुर 27 April : ब्लॉक क्षेत्र की बिनौरा ग्राम पंचायत में वर्ष 2015 से 2020 तक बने आवासों, शौचालय, नाली और खड़ंजा निर्माण की शुक्रवार को बीएसए अखिलेश सिंह ने जांच की। निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की शिकायत हुई थी।
शिकायतकर्ता विनौरा निवासी जाबिर अली ने शपथ पत्र देकर उच्च न्यायालय लखनऊ खंडपीड से जांच कराने की गुहार लगाई थी। कोर्ट के आदेश पर बीएसए शुक्रवार को जांच करने पहुंचे।
मिश्रिख की ग्राम पंचायत बिनौरा में – भ्रष्टाचार के आरोपों की शुक्रवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप
सिंह ने जांच की। जानकारी अनुसार तीन वर्ष पहले जाबिर अली ने स्थानीय अधिकारियों से इस निर्माण कार्य की जांच की गुहार लगाई थी।
आरोप है कि मिलीभगत के कारण जांच की फाइल पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। निराश होकर शिकायतकर्ता ने शपथ पत्र देकर उच्च न्यायालय खंडपीठ लखनऊ से जांच कराने की गुहार लगाई। जिस पर उच्च न्यायालय खंडपीठ लखनऊ ने डीएम सीतापुर को जांच कराने का निर्देश दिया। डीएम ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को जांच अधिकारी नामित किया।
शिकायतकर्ता जाबिर अली पुत्र शमशेर अली का आरोप है कि सत्र 2015 से 2020 में बने आवासों, शौचालय एवं नाली
एवं खड़ंजा निर्माण में घोर अनियमितता बरती गई। आरोप है कि इसमें प्रधान जमीला वा ग्राम पंचायत अधिकारी रजनीश सिंह और एडीओ अमित चतुर्वेदी ने सरकारी धन का गबन किया है।
मृतकों के नाम शौचालय का पैसा आहरित किया जा चुका है। शिकायतकर्ता के अनुसार बाबूजी, राजेश्वरी, रामदुलारे, और गोकुल की मृत्यु 30 मई 2015 में हो चुकी है। इनका मृत्यु प्रमाणपत्र भी है। इनके नाम पर शौचालय का पैसा आहरित हो गया। बीएसए ने शुक्रवार को इसकी जांच की। ग्रामीणों से पूछताछ कर उनके बयान नोट किए। इस मौके पर ग्राम पंचायत अधिकारी अमित साहू, प्रधान सत्यम वैश्य व अन्य ग्रामीण जमकर हुआ शौचालय में घोटाला जाबिर ने खटखट ऐ हाई कोर्ट का दरवाजा तब निकाल कर आई भ्रष्टाचार की पोल खुलकर मिश्रित ब्लॉक भ्रष्टाचार में चर्चाओं में चर्चित इसी से अंदाजा लगाया जा रहा है बिनौरा ग्राम पंचायत या खेल हुआ है तो अन्य ग्राम पंचायत में भी यह खेल हुआ होगा गहराई से जांच हो हर ग्राम पंचायत अब देखना है जिला अधिकारी क्या संज्ञा लेते हैं