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दिलचस्प ! जालंधर उप-चुनाव में हारने के बाद भाजपा को याद आ गई एक्शन की पूर्व मंत्री चुन्नी लाल भगत जैसों पर

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भगत समेत कई नेताओं पर पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चर्चा पार्टी में

नदीम अंसारी
जालंधर 18 जुलाई। यहां जालंधर वैस्ट विधानसभा सीट पर हुए उप चुनाव के नतीजे 13 जुलाई को आ गए थे। जिसमें भाजपा उम्मीदवार शीतल अंगुराल को करारी शिकस्त मिली थी। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी मोहिंदर भगत ने उनको भारी मतों के अंतर से हराया था। बताते हैं कि हार से बौखलाए पार्टी के जिला नेतृत्व ने अब कुछ भीतरघाती नेताओं पर एक्शन लेने के लिए हाईकमान को सिफारिशी-रिपोर्ट भेजी है। जिसमें भाजपा के कई नेताओं समेत पूर्व मंत्री भगत चूनीलाल का नाम भी शामिल है।
भाजपा पहले क्यों नहीं जागी ? गौर फर्माएं कि खुद भाजपा जिला प्रधान सुशील शर्मा के मुताबिक भगत चुन्नी लाल के बारे में हाईकमान को मौखिक जानकारी दी गई। उन्होंने अपने बेटे मोहिंदर भगत के लिए वोट की अपील की थी। पूरा मामला हाईकमान के ध्यान में है। अब जरा याद दिला दें कि अकाली-भाजपा सरकार में चूनीलाल मंत्री रहे थे। उन्होंने जालंधर वैस्ट में उप-चुनाव में अपने बेटे व आप उम्मीदवार मोहिंदर भगत के हक में बाकायदा एक वीडियो जारी किया था। इसमें उन्होंने कहा था कि वह राजनीति छोड़ चुके हैं। अब उनके बेटे को जिताएं, ताकि वह इलाके की सेवा कर सके। यहां काबिलेजिक्र है कि भगत चुन्नी लाल का भगत बिरादरी में खासा रूतबा है। इलाके में उनकी अपील का असर भी दिखा। दलित समाज के एक बड़े तबके ने आप के हक में वोट डाले भी, नतीजतन आप की जीत हो गई। पूर्व मंत्री भगत के रसूख और उप चुनाव में उनके सियासी-रवैये से वाकिफ होकर भी भाजपा के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ तक आखिर क्यों चुप्पी साधे रहे। यही सवाल पार्टी वर्करों को हैरान-परेशान कर रहा है।
आप ने लोहे से ही लोहा काटा : यह भी जानना दिलचस्प होगा कि आप ने इस उप चुनाव में कैसे बीजेपी को उसकाोही सियासी-हथियार छीनकर कैसे शिकस्त दी। दरअसल मोहिंदर भगत भी पहले भाजपा में ही थे। बीजेपी के टिकट पर ही वैस्ट हल्के से ही चुनाव लड़ते थे, हालांकि कभी जीत नहीं पाए थे। पिछले लोकसभा उप-चुनाव के दौरान पूर्व एमपी सुशील रिंकू और पूर्व विधायक शीतल अंगुराल ही मोहिंदर भगत को मनाकर आप में ले गए थे। बाद में सियासी-हालात पलटे तो रिंकू और अंगुराल खुद बीजेपी में चले गए। सही मौका देख उप चुनाव में भगत को आप ने उम्मीदवार बना बीजेपी को करारी शिकस्त दी।
भाजपा नेत्री ने पार्टी नेतृत्व पर उठाया सवाल : भाजपा द्वारा अब की जाने वाली अनुशासनात्मक कार्रवाई से पहले पार्टी में ही सवाल उठने लगे हैं। भाजपा की महिला मोर्चा की पूर्व प्रधान मीनू शर्मा ने सोशल मीडिया पर तंज कसा कि पूर्व मंत्री चूनीलाल भगत तो पहले ही भाजपा छोड़ चुके, फिर उन पर क्या एक्शन लेंगे ? अगर एक्शन लेना ही है तो उन पर लो, जो विभीषण के रोल में है। उन प्रधानों पर एक्शन लो, जिनके कार्यकाल में एक भी चुनावी-सफलता नहीं मिली।
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