पटियाला 17 मार्च। शिरोमणि अकाली दल के नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया सोमवार को 2021 के ड्रग्स मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) के सामने पेश होने के लिए पहुंचे। उन्हें पटियाला पुलिस लाइन में बुलाया गया था। छह दिन पहले रोपड़ रेंज के डीआईजी एचएस भुल्लर के नेतृत्व वाली एसआईटी ने सीआरपीसी की धारा 160 के तहत उन्हें समन जारी किए थे। इस दौरान मजीठिया से टीम द्वारा ड्रग केस संबंधी सवाल किए। बता दें कि 4 मार्च 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार की याचिका पर सुनवाई की थी। जिसमें पंजाब सरकार ने बिक्रम मजीठिया की जमानत को रद्द करने की थी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने बिक्रम मजीठिया को एसआईटी के सामने पेश होने का आदेश दिया था। कोर्ट ने स्पष्ट कहा था कि 17 मार्च की सुबह 11 बजे बिक्रम मजीठिया को एसआईटी के सामने पेश होना पड़ेगा। अगर जरूरत हुई तो 18 मार्च को भी पेश होना होगा।
सरकार ने सहयोग ना देने के लगाए आरोप
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार ने आरोप लगाया कि मजीठिया पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे। वहीं, बिक्रम मजीठिया ने दावा किया कि उन्हें राजनीतिक कारणों से परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कोर्ट से पूछताछ के लिए तय तारीखें निर्धारित करने की अपील की।
ड्रग्स केस से जुड़े आरोप
पंजाब पुलिस के बर्खास्त डीएसपी जगदीश भोला के पकड़े जाने के बाद मजीठिया का नाम सामने आया। जगदीश भोला ने आरोप लगाया कि बिक्रम मजीठिया ड्रग्स रैकेट में शामिल थे। अमृतसर की फार्मा कंपनी के बिट्टू औलख और जगदीश चहल की गिरफ्तारी के बाद भी मजीठिया का नाम सामने आया। जगदीश चहल ने पूछताछ में खुलासा किया कि हवाला के जरिए मजीठिया ने 70 लाख रुपए का लेनदेन किया था।