विज्ञान-प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री डॉ. जितेंदर ने किया राज्यसभा सांसद अरोड़ा के सवाल पर खुलासा
लुधियाना 12 अगस्त। भारत द्वारा भारतीय महासागर में पॉलीमेटेलिक सल्फाइड और कोबाल्ट क्रस्ट की खोज के लिए प्रोसेस जारी है। इसके लिए कार्य योजना की मंजूरी के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुद्र तल प्राधिकरण को प्रस्तुत किए गए दो आवेदन अंतर्राष्ट्रीय समुद्र तल प्राधिकरण के पास विचाराधीन हैं। विज्ञान-प्रौद्योगिकी व पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेंदर सिंह ने यह खुलासा किया। उन्होंने राज्यसभा के हाल में निपटे सत्र में लुधियाना से सांसद संजीव अरोड़ा के समुद्र तल खनिज खोज के लिए लाइसेंस के सवाल पर यह जवाब दिया।
उन्होंने बताया कि भारत के पास पहले से ही मध्य भारतीय महासागर बेसिन में पॉलीमेटेलिक नोड्यूल और मध्य एवं दक्षिण-पश्चिम रिज पर पॉलीमेटेलिक सल्फाइड की खोज के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुद्र तल प्राधिकरण के साथ दो अनुबंध हैं।
अरोड़ा ने हिंद महासागर में विभिन्न स्थानों पर खनिज खोज लाइसेंस प्रदान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुद्र तल प्राधिकरण के साथ भारत द्वारा किए आवेदनों की स्थिति के बारे में पूछा था। साथ ही इसके संबंध में आर्थिक व पर्यावरणीय व्यवहार्यता अध्ययन की स्थिति बताने को कहा था। मंत्री ने बताया कि खनिज खोज स्थलों पर समुद्र तल संसाधन आकंलन व पर्यावरण अध्ययन अंतर्राष्ट्रीय समुद्र तल प्राधिकरण के साथ अनुबंध का हिस्सा है। इसके लिए हिंद महासागर के आवंटित अनुबंध क्षेत्र से भूवैज्ञानिक, भूभौतिकीय, समुद्र विज्ञान और जैविक डेटा एकत्र किए जाते हैं।
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